आखिर क्यों हुए इस गांव के ग्रामीण इतने आक्रोशित


IN8@ग्रेटर नोएडा कोतवाली रबूपुरा के गांव आछेपुर में गत 3 अगस्त को कस्वा स्थिति एक निजी अस्पताल संचालक एवं अन्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन के चलते पुलिस द्वारा दर्जनों ग्रामीणों पर मुकदमे दर्ज होने का मामला निरन्तर तूल पकड़ता जा रहा है।

गुरुवार को ग्रामीणों ने गांव आछेपुर में पुनः पंचायत कर स्थानीय पुलिस की जमकर भर्त्सना करते हुए पुलिस आयुक्त गौतम बुद्ध नगर व प्रदेश के मुख्यमंत्री से मुलाकात करने का निर्णय लिया है । साथ ही चेतावनी दी है कि अगर ग्रामीणों पर दर्ज मुकदमें वापिस नहीं लिए गए तो भाजपा का बहिष्कार कर भाजपा नेताओं के गांव में प्रवेश पर रोक लगाई जाएगी।

गांव में नेताओं का प्रवेश बंद के पम्पलेट भी चस्पा किये गए हैं। वहीं सूत्रों के मुताबिक ग्रामीणों में जनप्रतिनिधियों के प्रति भी काफ़ी आक्रोश व्याप्त है। तथा मामले की गम्भीरता को देखते हुए ग्रामीणों को अन्य गांव के लोगों का भी समर्थन मिल सकता है।

गौरतलब है कि गत 2 अगस्त को कस्बा स्थित निजी अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान गांव आछेपुर निवासी प्रदीप की पत्नी पूनम 28 की मौत हो गई थी। ग्रामीणों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग को लेकर ग्रामीणों ने गोल चक्कर पर शव रख कर धरना दिया था।

और पुलिस पर आरोप लगाया की पुलिस को सुबह तहरीर देने के बाद भी दोपहर तक मुकद्दमा दर्ज नही किया ।

जिसके बाद पुलिस ने गांव के 31 नामजद व 50-60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। जिसको लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।