कोरोना की वजह से एक साल लेट हो गया गाजीपुर मुर्गा मंडी के री डेवलपमेंट का काम

नई दिल्ली,। एशिया की सबसे बड़ी मुर्गा मंडी गाजीपुर में कोरोना की मार कुछ ऐसी पड़ी है कि मंडी को फिलहाल एक साल और जाम में ही गुजारना पड़ेगा. क्योंकि कोरोना की वजह से इसके री डेवलपमेंट का काम एक साल लेट हो गया है. गाजीपुर मुर्गा मंडी व्यापारी एसोसिएशन के महासचिव सलीम बताते हैं कि मंडी में रोजाना 100 ट्रक बाहर से आते हैं. इसके साथ ही बड़ी संख्या में खरीददारों की भी गाड़ियां आती हैं,

लेकिन इनके लिए यहां पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है. इससे कई बार जाम की स्थिति बन जाती है. इसे देखते हुए यहां 2400 गाड़ियों की पार्किंग बनाई जा रही है. वहीं आने वाले मुर्गों की वजह से जो गंदगी होती है उसकी रोजाना ही पानी से धुलाई होती है.

इसके साथ ही मुर्गों के कटने से सॉलिड वेस्ट भी निकलता है. पहले इन्हें खेत पर ही फेंका जाता था, लेकिन अब इनके लिए भी प्लांट बनाए जा रहे हैं. सलीम बताते हैं कि री डेवलपमेंट के काम को दिसंबर 2020 तक पूरा होना था, लेकिन पहले कोरोना की वजह से हुए लॉकडाउन और फिर प्रदूषण और बर्ड फ्लू की वजह से हुई बंदी की वजह से यह समय पर पूरा नहीं हो सका. अब इसके पूरा होने के समय को एक साल के लिए आगे बढ़ा दिया गया है.