छोटी छोटी बच्चियों ने अपने हाथों से तैयार कर फौजी भाइयो के लिये भेजे रक्षासूत्र

IN8 @ लोनी: सिलसिला यह बाद मेरे यूं ही चलना चाहिए मैं रहूं या ना रहूं भारत ये रहना चाहिए… इसी वाक्य को यथार्थ करता हुआ राष्ट्रीय सवाभिमान रक्षा बंधन यात्रा-2020 पुनः अपनी ओज से अग्रसर होता हुआ सहयोग द हेल्पिंग हैण्ड राष्ट्रीय सवाभिमान रक्षा बंधन यात्रा-2020 का दल इस वर्ष अपने रक्षकों के साथ रक्षा सूत्र का कार्यक्रम मनाने के लिए तैयार है ।

कोविड 19 के कारण यह दल सूदूर बैठे अपने सजग प्रहरी फौजी भाइयों के पास भारत की सीमाओं पर नहीं जा सका| परंतु अपने स्नेह को राष्ट्र की ओर से ज्ञापित करता हुआ रक्षासूत्र के माध्यम से राजस्थान से लेकर गुजरात भुज से कश्मीर तक और लेह लद्दाख से माणापास सीमा चौकी तक 1000 हजार रक्षा सूत्र सहयोग द हेल्पिंग हैण्ड अपने फौजी भाइयों को भेज चुके हैं ।

इसी आशा के साथ इस वर्ष नहीं परंतु अगले वर्ष हम पुनः आप तक अपना स्नेह लेकर अवश्य आएंगे । छोटी बहनों में प्रेरणा जायसवाल ,स्नेहा, माही शर्मा ,ख़ुशी अन्नु आदि ने अपने हाथों से सेनेटाइज रक्षासूत्र बनाकर भेजने का अभूतपूर्व कार्य किया