परचून विक्रेता दाल-चीनी के साथ बेचता था यूपी व हरियाणा की शराब, जेल भेजने के साथ लाखों के वाहन को आबकारी विभाग ने किया सीज

गौतमबुद्ध नगर। ज्यादा रुपये कमाने की लालच में शराब तस्करी कर रहे दुकानदार को आबकारी विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया तस्कर हरियाणा और यूपी शराब की तस्करी करता था। जिसे गाड़ी में दुकान का राशन लेकर आता था, उसी गाड़ी में रविवार रात को शराब तस्करी कर रहा था। मगर शराब दुकान पहुंचने से पहले ही आबकारी विभाग की टीम ने रास्ते में ही आरोपी को दबोच लिया। जिसके कब्जे से हरियाणा एवं यूपी मार्का की भारी मात्रा में शराब बरामद किया गया। बताया जा रहा है कि पकड़ा गया दुकानदार नोएडा में ही परचून की दुकान चलाता है। जो कि दुकान के साथ शराब तस्करी का भी कारोबार कर रहा था। हरियाणा व यूपी की शराब को दुकान के अंदर रखें फ्रीजर और गड्ढे में खोद कर छिपा देता था। उक्त शराब को लाइसेंसी शराब की दुकान बंद होने के बाद और खुलने से पहले महंगे दामों में बेचता था। शातिरपना इतना कि सिर्फ पुराने ग्राहकों को ही शराब की तस्करी करता था। जिस कारण अभी तक आबकारी विभाग और पुलिस की पकड़ से दूर था। सोमवार रात को जैसे ही आबकारी विभाग को मुखबिर से सूचना मिली की एक परचून विक्रेता हरियाणा और यूपी शराब की तस्करी कर रहा है।

सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने टीम गठित की और मुखबिर द्वारा बताए गए स्थान पर दबिश दी। पकड़ा गया तस्कर पूर्व में भी शराब तस्करी के मामले में जेल जा चुका है। जो कि जेल से छूटने के बाद फिर से शराब तस्करी कर रहा था। मगर आबकारी विभाग की इस बार की कार्रवाई ने परचून विक्रेता को शराब के साथ लाखों रुपये का नुकसान भी पहुंचाया है। आबकारी विभाग द्वारा पकड़ी गई शराब की कीमत भले ही 60 हजार रुपये की हो, मगर शराब तस्करी में प्रयुक्त वाहन की कीमत करीब तीन लाख रुपये से अधिक है, जिसे आबकारी विभाग ने सीज कर दिया है। आबकारी विभाग ने शराब तस्करी में पकड़े जाने वालों के लिए अपनी कार्रवाई का भी दायरा बढ़ा दिया है। अब अगर शराब तस्करी के मामले में कोई पकड़ा जाता है तो 10, 15 दिन नहीं बल्कि 6 माह या फिर 3 साल जेल की हवा खानी पड़ेगी। जिसकी पैरवी खुद आबकारी विभाग करेगा।

जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने बताया जनपद को अवैध शराब के कारोबार से पूरी तरह से मुक्त करने के लिए आबकारी विभाग द्वारा लगातार चेकिंग अभियान और दबिश दी जा रही है। रविवार रात को आबकारी निरीक्षक डॉ. शिखा ठाकुर और आशीष पाण्डेय एवं एवं थाना फेज 2 की संयुक्त टीम द्वारा सेक्टर 86 ग्राम इलहावास थाना फेज-2 पर चेकिंग अभियान चलाया गया। चेकिंग के दौरान ग्राम इलहावास में परचून की दुकान की जब जांच की गई तो दुकान, घर, फ्रीजर, घर पास खोदे गए गड्ढों और तिपहिया वाहन बजाज मैक्सिमा में छिपाकर रखी गई 168 पौवे चार्ली संतरा देशी शराब हरियाणा मार्का, 384 पौवे मोटा मसालेदार देसी शराब हरियाणा मार्का, 150 पौवे मस्त संतरा हरियाणा मार्का, 64 पौवे मिस इंडिया देशी शराब यूपी मार्का कुल हरियाणा की 14 पेटी 30 पौवे एवं यूपी की 1 पेटी 16 पौवे बरामद किया गया। पूछताछ में पकड़े गए तस्कर की पहचान उमेश शर्मा पुत्र जय प्रकाश शर्मा निवासी सेक्टर-86 ग्राम इलाहाबास थाना फेज-2 गौतमबुद्धनगर के रुप में हुई।

पकड़ा गया तस्कर पूर्व में कई बार शराब तस्करी के मामले में जेल जा चुका है। जो कि जेल से छूटने के बाद फिर से शराब तस्करी कर रहा था। शराब तस्करी में प्रयुक्त वाहन को सीज कर दिया गया है। तस्कर ने पुलिस से बचने के लिए शराब को विभिन्न जगह पर छिपाया हुआ था। दुकान के अंदर रखे फ्रीजर, चीन की बोरी, घर के अंदर, गाड़ी में और घर के पास गड्ढा खोदकर छिपाया हुआ था। बरामद शराब की कीमत करीब 60 हजार रुपये है। उन्होंने बताया पकड़ा गया तस्कर क्षेत्र की लाइसेंसी शराब की दुकान बंद होने के बाद ही शराब को बेचता था। दुकान के आसपास लेबर क्लास के लोग अधिक रहते है। इसलिए देशी शराब की ही तस्करी करता था। जो कि लेबर क्लास के बजट में भी आ जाती थी। आरोपी परचून की दुकान की आड़ में पिछले काफी समय से शराब तस्करी का कारोबार कर रहा था। जिसके खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया गया है।

सरपंच बाग में चल रही थी शराब पार्टी
जिले में अवैध शराब के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत आबकारी विभाग की टीम ने देर रात बिना लाइसेंस के शराब पार्टी करने के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी बिना लाइसेंस के बार में ग्राहकों को शराब का सेवन करा रहे थे। उन्होंने बताया शराब पार्टी के लिए आबकारी विभाग से लाइसेंस लेना जरूरी होता है। उक्त बार संचालक द्वारा लगातार शराब के सेवन के लिए विभाग से लाइसेंस लिया जा रहा था। मगर पिछले कुछ दिनों से कोई लाइसेंस नहीं लिया गया। शक होने पर टीम गठित कर छापेमारी की कार्रवाई की गई तो बार में शराब की पार्टी चल रही थी।
जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने बताया रविवार रात को आबकारी निरीक्षक चन्द्रशेखर सिंह, आभिनव शाही और गौरव चन्द की संयुक्त टीम द्वारा रविवार रात को बार, होटल एवं ढाबों पर चेकिंग अभियान चलाया गया। तभी मुखबिर से सूचना मिली की थाना सेक्टर 142 में स्थित रेस्टॉरेंट सरपंच बाग में शराब की पार्टी चल रही है। जब लाइसेंस लेने वालों का डाटा खंगाला गया तो रेस्टॉरेंट सरपंच बाग द्वारा विभाग से कोई लाइसेंस नहीं लिया गया था। टीम द्वारा रेस्टॉरेंट सरपंच बाग में दबिश दी गई। टीम को देख रेस्टोरेंट में हड़कंप मच गया। जब बार मैनेजर से शराब पिलाने का लाइसेंस मांगा गया तो दिखा नही सका।

मौके से टीम ने ग्लेनफिटिज ब्रांड की कुल 3 बोतलें जिसमें 2 पूरी भरी और 1 खुली बोतल, मैजिक मूवमेंट ब्रांड की 1 खुली बोतल, रेड लेबल ब्रांड की 1 खुली बोतल, एब्सोल्यूट बोडका ब्रांड की 1 खुली बोतल, ब्लैक डॉग ब्रांड की 1 बोतल और बीयर (कैन) में कॉल्सवर्ग के 500 एमएल के 37 कैन, किंगफिशर अल्ट्रा के 500 एमएल के 40 कैन, बडवाइज़र प्रीमियम के 500 एमएल के 72 कैन, बडवाइज़र मेगनम के 500 एमएल के 45 कैन, बीयर (पिंट) में कोरोना के 330 एमएल के 10 पिंट और बडवाइज़र स्ट्रॉन्ग के 330 एमएल के 20 पिंट बरामद किया गया। बरामद सभी शराब और बीयर यूपी मार्का के ही थे। मौके से बार मैनेजर राजीव कुमार पुत्र सूर्यपाल यादव निवासी ग्राम मिश्रा का पुरवा जिला अमेठी, देव सिंह राणा पुत्र अतर सिंह राणा जिला उत्तरकाशी उत्तराखंड व बिल कांउटर कर्मचारी संजय पुत्र कल्लू सिंह निवासी ग्राम आच्छेपुर रबूपुरा गौतमबुद्धनगर को गिरफ्तार कर लिया गया।

वहीं मैनेजर से रेस्टोरेंट मालिक के बारे में जानकारी ली गई तो मालिक सुधीर कसाना बाहर होना बताया गया। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया रेस्टोरेंट के खिलाफ आबकारी विभाग के पोर्टल से ब्लैक लिस्ट की कार्रवाई करते हुए पकड़े गए बार मैनेजर, कर्मचारी समेत संचालक के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराया गया। उन्होंने बताया शराब पार्टी के लिए आबकारी विभाग के पोर्टल पर आने वाले आवेदन की जानकारी आबकारी विभाग के पास रहती है। साथ ही इस पर नजर रखी जाती है कि कौन सा रेस्टोरेंट, ढाबा और होटल संचालक हर माह कितनी बार लाइसेंस ले रहा है। लाइसेंस न लेने वालों पर नजर रखने के लिए आबकारी विभाग के साथ मुखबिर तंत्र की भी नजर रहती है। जिले में बिना लाइसेंस के शराब पार्टी का आयोजन बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं होगा। रेस्टोरेंट, ढाबा और होटल के खिलाफ चेकिंग अभियान लगातार आगे भी जारी रहेगा।