लखनऊ। जिले में महुआ अवैध शराब का धंधा फिर से जोर पकड़ने लगा है। एक तरफ आबकारी विभाग की टीमें लगातार कार्रवाई कर तस्करों को जेल भेजने का काम कर रही है तो दूसरी तरफ महुआ शराब तस्कर अपनी जेब भरने के लिए लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने से नहीं चूक रहे है। शराब कारोबारी शराब तस्करी का खेल पिछले कई वर्षों से खेल रहे है। शराब तस्करी में लगातार अवैध शराब के साथ तस्कर भी पकड़े जा रहे है। मगर जेल से निकलने के बाद फिर से अवैध शराब का कारोबार करने में जुट जाते है। जेल से महीना-दो महीना बाद छूटने के बाद शराब कारोबारी कानून का परवाह किए बिना शराब तस्करी के धंधा में सक्रिय हो जाते हैं। महुआ की अवैध शराब जितनी सस्ती है, उतनी ही घातक भी है। क्योंकि अवैध शराब का निर्माण करने वाले अपने लाभ के लिए उक्त शराब में नशा बढ़ाने के लिए क्या मिला दें, इसकी कल्पना करना भी मुश्किल है। अक्सर लोग सस्ती शराब खरीद कर उसका सेवन कर लेते है, मगर उसका परिणाम बाद में भुगतना पड़ता है।
जेल जाने के बाद कुछ तो शराब तस्करी से तौबा कर लेते है तो कुछ फिर से अपने पुराने धंधे में उतर जाते है।
लेकिन लखनऊ जिले में ऐसा अब नहीं होगा, अवैध शराब के साथ पकड़े जाने पर कम से कम 6 माह और या इससे अधिक 1 साल की जेल में रहना पड़ेगा। जिसके लिए आबकारी विभाग खुद इसके लिए मजबूत पैरवी करेगा। साथ ही शराब तस्करी मामले में जेल से छूट कर आए तस्करों पर अपनी नजर रखेगा। पहली बार शराब तस्करी में पकड़े जाने पर भले ही आबकारी विभाग थोड़ी रियायत दें दे, मगर दुसरी बार पकड़े जाने पर सख्त कार्रवाई होगी। अपने इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए आबकारी विभाग जिले से शराब तस्करों का सफाया करने के लिए देहात क्षेत्र में होने वाले महुआ अवैध शराब के धंधे पर कार्रवाई कर रहा है। कार्रवाई के बीच-बीच में ग्रामीणों को अवैध शराब के विरुद्ध जागरूकता अभियान भी चला रहा है। आबकारी विभाग की इस कार्रवाई महुआ अवैध शराब के धंधे में कमी तो आई है, जहां पूर्व में ग्रामीण क्षेत्र के हर घर में महुआ अवैध शराब का निर्माण होता था, तो वहीं आज गिने चुने घरों में ही अवैध शराब का निर्माण हो रहा है।
अवैध शराब का निर्माण करने वाले तस्कर कभी घर में तो कभी आम के बाग, नदी व ताल किनारे और जंगलों के बीच में चोरी-छिपे शराब की छोटी भट्टी सुलगा लेते है और फिर कुछ दिन बाद उक्त शराब को आसपास के क्षेत्र में जाकर बेच देते है। इसी क्रम में आबकारी विभाग की टीम ने एक बार फिर से अवैध शराब के धंधे का भंडाफोड़ करते हुए अवैध शराब बरामद किया है। जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया जिले में अवैध शराब के निर्माण, परिवहन और बिक्री के खिलाफ आबकारी विभाग द्वारा विशेष प्रवर्तन अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत आबकारी विभाग की टीमें अपने-अपने क्षेत्र में दबिश एवं चेकिंग कर रही है। गुरुवार तड़के आबकारी निरीक्षक लक्ष्मी शंकर वाजपेयी और विवेक सिंह की संयुक्त टीम द्वारा ग्राम इंद्रजीत खेड़ा अंतर्गत थाना मोहनलालगंज और ग्राम सिठौराखुर्द व सिठौराकला अंतर्गत थाना गोसाईगंज में मुखबिर की सूचना पर दबिश दी गई। दबिश के दौरान आम के बाग, जंगल, नदी व ताल किनारे और घर की तलाशी ली गई।
सघन तलाशी में लगभग 80 लीटर अवैध कच्ची शराब और 450 किलोग्राम लहन बरामद किया गया। अवैध शराब को कब्जे में लेते हुए बरामद लहन को मौके पर नष्ट कर दिया गया। कार्रवाई के बाद आसपास के लोगों से अवैध शराब के निर्माण करने वालों की जानकारी हासिल की गई। जिसमें कुछ अहम जानकारी मिली है। अवैध शराब के कारोबार में लिप्त तस्करों की गिरफ्तारी के लिए टीम प्रयास कर रही है। साथ ही मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय रहने के निर्देश दिए गए है। आबकारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं के अंतर्गत कुल 3 अभियोग पंजीकृत किए गए। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया गुरुवार तड़के मुखबिर से सूचना मिली कि थाना मोहनलालगंज और थाना गोसाईगंज क्षेत्र में अवैध शराब का निर्माण हो रहा है। सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए टीम गठित की गई। जिसके उपरांत यह कार्रवाई की गई। इस बीच टीम के पहुंचने से पहले ही अवैध शराब का निर्माण करने वाले तस्कर मौके से फरार हो गए।
महुआ अवैध शराब के धंधे को पूरी तरह जड़ से खत्म करने के लिए कार्रवाई के साथ जागरुकता अभियान भी चलाया जा रहा है। साथ ही अवैध शराब के कारोबार में लिप्त जेल से छूटकर आए तस्करों की भी निगरानी की जा रही है। जिससे यह पता चल सके कि जेल से आने के बाद फिर से अवैध शराब का कारोबार तो नहीं कर रहा है। अवैध शराब के खिलाफ आबकारी विभाग का अभियान आगे भी जारी रहेगा। साथ ही टीम द्वारा रात्रि अभियान चलाकर सार्वजनिक स्थान पर खुले में शराब पीने और बिना लाइसेंस के शराब पिलाने वालों पर भी कार्रवाई की जा रही है। चेकिंग के दौरान सड़क पर रेहड़ी, पटरी और होटल की भी चेकिंग की जा रही है। साथ ही सख्त हिदायत भी दी गई है बिना लाइसेंस के शराब पिलाते हुए पाए जाने पर सख्त कार्रवाई होगी। आबकारी विभाग का यह अभियान आगे भी लगातार जारी रहेगा।