नयी दिल्ली : उत्तरी दिल्ली के अनाज मंडी इलाके में स्थित चार मंजिला इमारत में लगभग एक साल पहले आग लगने के मामले में फरार चल रहा चौथा आरोपी गिरफ्तार कर लिया गया है। इस हादसे में 45 लोगों की मौत हो गई थी।अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने इस मामले में पहले ही इमारत के मालिक रेहान,उसके मैनेजर फुरकान और मोहम्मद सुहैल नाम के एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया था ।
उन्होंने कहा, चौथे आरोपी मोहम्मद इमरान को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। वह रेहान का भाई और इमारत का आंशिक रूप से मालिक भी है।
पुलिस ने बताया कि इमरान घटना के दिन से फरार था और उस पर 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
पिछले साल आठ दिसंबर को उत्तरी दिल्ली के भीड़भाड़ वाले अनाज मंडी इलाके में चार मंजिला इमारत की अवैध निर्माण इकाइयों में भीषण आग लग गई थी, जिसमें नौ नाबालिगों सहित 45 लोगों की मौत हो गई थी और छह नाबालिगों सहित 21 अन्य घायल हो गए थे ।
लगभग सभी मृतक बिहार और उत्तर प्रदेश के प्रवासी मजदूर थे, जो इमारत के अंदर रहने के साथ-साथ काम भी करते थे ।
घटना के बाद सदर बाजार थाने में मामला दर्ज किया गया था जिसे बाद में अपराध शाखा को भेज दिया गया।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) बीके सिंह ने बताया,” शनिवार को हमारी टीम को सूचना मिली कि इमरान एक पारिवारिक समारोह में शामिल होने के लिए दिल्ली आ रहा है। आजादपुर के रामेश्वर नगर के पास योजना बनाकर इमरान को पकड़ा गया।”
अधिकारी ने कहा कि जिस इमारत में आग लगी थी, वह संपत्ति संयुक्त रूप से इमरान और उसके भाई रेहान की है और 2007 में खरीदी गई थी। उस समय यह इमारत केवल दो मंजिला ऊंची थी लेकिन बाद में इसे पांच मंजिला बना दिया गया था।
दोनों भाइयों ने इस इमारत को विभिन्न संस्थाओं को किराए पर दिया था और इमारत के अंदर कई छोटी निर्माण इकाइयां चल रही थीं।
उन्होंने कहा,”बाकी संपत्ति उसके द्वारा किराए पर दी गई थी। आग लगने की घटना के बाद वह दिल्ली के मेरठ, आगरा, रायपुर, अजमेर और सीलमपुर में अपने रिश्तेदारों के साथ छिपकर रह रहा था।”