सुरेन्द्र सिंह भाटी@बुलन्दशहर में अब असमय जन्मे बच्चे,या जन्म के समय जिन बच्चों का वजन कम होता है या वह कमजोर होता है। तो अब आपको घबराने की जरूरत नहीं है। कस्तूरबा गांधी जिला महिला अस्पताल में एम.एन.सी.यू. (मदर न्यू बोर्न केयर यूनिट) खुलने जा रहा है.जिसमें CEL (कम्युनिटी एम्पावरमेंट लैब) संस्था वैज्ञानिक एवं तकनीकी सहयोग प्रदान कर रही है।
इसका उद्घाटन ३० नवंबर को प्रस्तावित है।सीएमएस डॉक्टर.ज्योत्सना ने बताया कि एमएनसीयू एक विशेष प्रकार की इकाई है जिसमें शिशुओं को कंगारू केयर से प्रेरित है। जिस प्रकार कंगारू अपने शरीर में प्राकृतिक रूप से बनी थैली में नवजात को सीने से लगाए घूमता है। उसी प्रकार माता अपने उन नवजातों को जिनका जन्म समय पूर्व हो जाता है। या जो नवजात जन्म के समय कम वजन के होते हैं। उनको इस कक्ष में अपने सीने से लगाकर रखती है।
एमएनसीयू में माँ एवं नवजात दोनों को एक साथ बेहतर चिकित्सा देने की सुविधा होगी। शिशु को ऑक्सीजन की सुविधा, नली द्वारा दूध पिलाने की सुविधा, अतिरिक्त ट्रीटमेंट मां और शिशु को एक साथ रखकर दिलाई जाएगी।
एमएनसीयू में शिशु मां के सीने पर केएमसी देते हुए सभी ट्रीटमेंट प्राप्त करेंगे, ताकि उनके शरीर का तापमान सामान्य रहे। इंफेक्शन कम हो, स्तनपान हो। मां और शिशु के बीच बॉन्डिंग बनें और उनकी जान बच सके।