अवैध शराब के खिलाफ आबकारी विभाग ने शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में चलाया जन-जागरूकता अभियान

प्रमोद शर्मा @ गाजियाबाद। त्योहारी सीजन जनपद में अवैध शराब की बिक्री और निर्माण के खिलाफ आबकारी विभाग लगातार कार्रवाई कर शराब माफियाओं की कमर तोडऩे पर आमादा है। साथ ही लगातार लोगों को अवैध शराब के खिलाफ जागरुकता अभियान भी चलाता है।

जिससे लोग भी अवैध शराब के सेवन से बचे और इसके खिलाफ जागरुक हो सकें। नागरिकों को जागरूक कर अवैध शराब का सेवन न करने की अपील की जा रही है। इसके तहत विभिन्न स्थानों पर पोस्टर चस्पा किए गए हैं। जनपद में पुलिस एवं आबकारी विभाग संयुक्त रूप से कार्रवाई करते रहते हैं। इसके बाद भी शराब माफिया समय-समय पर सिर उठाने का प्रयास करते है। समय-समय पर पुलिस-आबकारी विभाग संयुक्त अभियान चलाकर अवैध शराब के अड्डों में तोडफ़ोड़ कर शराब नष्ट करने के साथ ही धंधे से जुड़े लोगों को गिरफ्तार कर चुका है। लेकिन इसके बाद भी जनपद में अवैध शराब की बिक्री पर रोक नही लग रही है। जानकारी के अभाव में लोग अक्सर अवैध शराब का सेवन कर लेते हैं। अवैध शराब जानलेवा भी साबित होती है।

जनपद में आबकारी विभाग ने अब अवैध शराब के घातक नतीजों के विषय में जन-साधारण को जागरूक करने के लिए क्षेत्र में पोस्टर चस्पा कर रहा है।ग्रामीण क्षेत्र में शराब माफिया अपने मुनाफे के लिए अवैध रूप से शराब का निर्माण करते है। लेकिन विगत एक वर्ष से उनके कारोबार को समय रहते आबकारी विभाग ध्वस्त करने में हर बार कामयाब रहा है। दिपावली पर्व बेहद नजदीक है। इसके मद्देनजर आबकारी विभाग सक्रिय हो गया है। जिले में अवैध शराब के निर्माण, बिक्री और परिवहन को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए गए हैं।

जिला आबकारी अधिकारी राकेश सिंह ने बताया कि अवैध मदिरा/विषाक्त मदिरा से सचेत करने के लिए संदेश लिखे पोस्टर जगह-जगह चस्पा किए जा रहे हैं। अवैध शराब का शौक है, तो उसे छोड़ दें। इसमें मिथाइल अल्कोहल की मिलावट हो सकती है। ऐसी शराब के प्रयोग से अंधेपन के साथ-साथ जान जाने का भी खतरा रहता है। अवैध शराब के दुष्परिणाम के बारे में जन साधारण को अवगत कराने के लिए लाउडस्पीकर से संदेश भी प्रसारित कराया जा रहा है।उन्होंने बताया अवैध शराब के निर्माण, परिवहन एवं बिक्री को रोकने के लिए विभागीय स्तर पर निरंतर कार्रवाई चल रही है। शराब माफिया को मनमानी करने की बिल्कुल भी छूट नही दी जाएगी।

अवैध शराब की बिक्री के खिलाफ कार्रवाई के साथ-साथ जन जागरूकता का भी सहारा लिया जा रहा है। इस अभियान में सामाजिक संगठनों और स्वयंसेवी संस्थाओं की भी मदद ली जा रही है। सिर्फ कार्रवाई से लोग जागरूक नहीं हो सकते हैं, अवैध रूप से शराब बनाकर बेचने वाले लोगों को उसके नुकसान के बारे में बताया जा रहा है, जिससे लोग जागरूक हो सकें। क्योंकि अवैध शराब की बिक्री पर पूर्णतयाा रोक लगाने के लिए लोगों में जागरूकता बेहद जरूरी है। बिना जागरूकता के अवैध शराब की बिक्री पर पूर्णतया रोक लगाना संभव नही है। जिले के सभी आबकारी इंस्पेक्टरों को अपने-अपने क्षेत्र में लोगों से तालमेल बनाने के निर्देश दिए गये है।

टीम द्वारा लगातार तस्करों पर कार्रवाई कर रही है। विभाग को भरोसा है कि जागरूकता अभियान से इस धंधे को रोकने में काफी हद तक मदद मिलेगी। शहरों के अलावा तमाम गांवों में भी जागरूकता अभियान चल रहा है। आबकारी अधिकारी ने लोगों से अपील की है कि अवैध शराब की बिक्री को रोकने के लिए सभी के सहयोग की जरूरत है। उन्होंने बताया अवैध शराब की बिक्री के विरूद्ध कार्रवाई के साथ-साथ जन जागरूकता का कार्यक्रम भी किया जा रहा है। इस अभियान में सामाजिक संगठनों और स्वयंसेवी संस्थाओं की भी मदद ली जाएगी। उन्होंने कहा कि केवल कार्रवाई से लोग जागरूक नहीं हो सकते हैं, अवैध रूप से शराब बनाकर बेचने वाले लोगों को उसके नुकसान के बारे में बताया जाएगा।

समाजसेवियों, अभिभावकों व अध्यापकों को, युवाओं को जागरूक होने की जरूरत है। अवैध शराब स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। जनता सस्ती व मिलावटी शराब पीने से परहेज करे। इच्छुक व्यक्ति केवल सरकारी दुकान से ही शराब खरीदें। सस्ती शराब के चक्कर में नुकसान उठाना पड़ सकता है। मिलावटी शराब पीकर खुद के स्वास्थ्य व जीवन के साथ खिलवाड़ न करें। सरकारी दुकान पर शराब लेते समय सील बंद, क्यू आर कोड देखकर ही शराब खरीदें। अवैध शराब बिक्री की सूचना क्षेत्रीय आबकारी निरीक्षक को दें, जिससे समय पर कार्रवाई की जा सकेंं और सूचना देने वाले का नाम विभाग गोपनीय रखता है।