आंखों की देखभाल के लिए योग है बेहद जरूरी अलका सिंहयोग विशेषज्ञ, हमारी आंखें बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि हम अपनी आंखों से ही पूरी दुनिया देखते है और हम अपनी नज़रों को नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते, पर आज की लाइफस्टाइल में समय व उम्र से पहले ही आंखों की रोशनी कमज़ोर होने लगी है
हमारी आंखें बेहद संवेदनशील होती हैं और इसीलिए उन्हें ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है. आंखों को लेकर हुई एक छोटी सी लापरवाही भी खतरनाक साबित हो सकती है.पर्यावरण प्रदूषण, वातावरणीय कारण, कॉन्टैक्ट लेंसेज का इस्तेमाल करना, बहुत अधिक वक्त स्क्रीन के सामने बिताना, नींद कम आना, चिड़चिड़ापन, शरीर में पानी की कमी, बहुत अधिक दवाइयां लेना या फिर घंटों मोबाइल में देखते रहने से आंखों में जलन, थकान और संक्रमण की शिकायत हो जाती है.इससे न केवल दूसरे कामों को करने में परेशानी होती है बल्कि खूबसूरती पर भी असर पड़ता है. आप चाहें तो इन समस्याओं को दूर करने के लिए योग अपना सकते हैं. योग के अभ्यास से ना केवल आंखों की समस्याएं दूर होंगी बल्कि आंखों की ज्योति भी बढ़ेगी।
आंखों के लिए योग : आंखें शरीर की सबसे महत्वपूर्ण इंद्रियों में से एक हैं और फिर भी इनका ठीक तरह से ख्याल रखने में लोग चूक जाते हैं. दिनभर लैपटॉप या मोबाइल की स्क्रीन के सामने बैठे रहने से आंखों पर प्रभाव पड़ता है जिससे आंखों में दर्द, पानी निकलना, ज्यादा देर तक पढ़ने या ध्यान केंद्रित करने से सिर में दर्द शुरू हो जाना और आंखों की रोशनी कम होना कुछ आम दिक्कते हैं. आंखों की रोशनी की बात की जाए तो एक बार रोशनी कम होती है तो बढ़ने में खासा परेशानी होती है. हालांकि, सही जीवनशैली और आंखों का ख्याल रखने (Eye Care) से रोशनी बढ़ने में भी मदद मिलती है और आंखों का नंबर लगातार नहीं बढ़ता. कुछ ऐसी योग क्रियाएं भी हैं जो आंखो के लिए अच्छे साबित होते हैं. इन्हें रोजाना किया जा सकता है.
भस्त्रिका प्राणायाम: सुखासन की मुद्रा में बैठने के बाद इस योगासन को किया जाता है. यह सांस लेने की योगा है जिसका असर फेफड़ों, कानों, नाक और आंखों (Eyes) पर होता है. इसे करने के लिए अपनी गर्दन और रीढ़ की हड्डी को एकदम सीधा रखकर बैठें. इसके बाद शरीर को बिना हिलाए गहरी सांस लें और तेजी से दोनों नाक से आवाज करते हुए ।
आंख छपकाना : यह सबसे आसान एक्सरसाइज में से एक है जिसे कहीं भी और कभी भी किया जा सकता है. इसे करने के लिए सबसे पहले आंखों को तेजी से 10 सेकंड के लिए झपकाएं और फिर 20 सेकंड आंखे बंद करके उन्हें आराम दें और सांस लेने पर ध्यान केंद्रित करें. इस प्रक्रिया को 4-5 बार दोहराया जा सकता है.
हथेली से आंख ढंकना : अपने दोनों हाथों की हथेलियों को आपस में रगड़कर उन्हें आंखों पर रखें. इससे हथेलियों की गर्माहट आंखों की सिंकाई करती है. इस प्रक्रिया को 5 से 10 मिनट के लिए करें.
भ्रामरी प्रणायाम करें: भ्रामरी प्राणायाम आंखों की रोशनी बढ़ाता है। आप कहीं भी और किसी भी समय इसे कर सकते हैं। भ्रामरी प्राणायाम करने से दिमाग शांत रहता है और गुस्सा कम होता है। नियमित रूप से इसे करने से आंखों को सुकून मिलता है।
आंखों के ऊपर नीचे घुमाए : आंखों को लगातार ऊपर नीचे घुमाने से आंखों की मूवमेंट (Eye Movement) बेहतर होती है और आंखों की रोशनी में सुधार की संभावना बढ़ती है. इस एक्सरसाइज का भी समय निर्धारित कर इसे किया जा सकता है.