सुरेंद्र सिंह भाटी@बुलंदशहर सिकंदराबाद विधानसभा क् क्षेत्र के गांव नगला बंसी के लोग पानी की निकासी को लेकर फिर से हो रहे परेशान। ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले कई वर्षों से गांव में पानी निकासी को लेकर काफी परेशान रहे हैं।
गांव की गलियों में पानी भरा रहता था कीड़े मच्छर पनप रहे है। बच्चों के स्कूल जाने तक दुर्भर हो रहा था। ग्रामीणों और पूर्व विधायक विमला सोलंकी के काफी प्रयास करने के बाद जिला पंचायत कोटा से करोड़ों की लागत से नाली निर्माण और सड़क निर्माण तो हुआ लेकिन नाली इतनी ऊंची बनाई गई कि उसमें पानी निकलना तो दूर ओवरफ्लो होकर पानी वापस गांव की गलियों में ही भर रहा है।जो तलाव जैसी स्थिति बनी हुई है। इतना पैसा खर्च होने के बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है। जिससे लोगों में काफी रोष व्याप्त है ।
ग्रामीणों ने ठेकेदार और जिला पंचायत से काफी प्रयास किया कि नालियों को ठीक किया जाए ताकि पानी नालियों से गांव से बाहर निकल सके। लेकिन ना ठेकेदार सुनने को तैयार है ना जिला पंचायत सदस्य तो ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। आखिरकार हार थक्कर जब किसी ने ग्रामीणों की समस्या नहीं सुनी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो गांव वाले आखिरकार अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने को मजबूर हो गए और अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए।
ग्रामीणों का कहना है कि जब तक हमारी समस्या का समाधान नहीं होगा तब तक हम धरना समाप्त नहीं करेंगे।उधर जिला पंचायत सदस्य देवी राम का कहना है कि नाली निर्माण सही हुआ है ग्रामीणों का आरोप निराधार है अगर नाला निर्माण में कोई गलती नही हुई है । अगर कोई गलती कहीं पर हुई है तो ठेकेदार के द्वारा उसे दोबारा से ठीक कराया जाएगा।
और कहां की है की ग्राम प्रधान ने पोखर की सफाई के लिए पानी को रोका हुआ है।ताकि पोखर की सफाई कराई जा सके। इस मामले में ठेकेदार का कहना है कि नाला निर्माण सही तरीके से हुआ है लेवल के साथ हुआ है। इंजीनियरों के द्वारा चेक करा कर किया गया है। नाले में कोई कमी नहीं है। मानकों के अनुसार बना है। इसके अलावा भी अगर कोई दिक्कत आती है ।कोई कमी पाई जाती है तो उसे दोबारा सही कराया जाएगा। ग्रामीणों का आरोप गलत है। पोखर की सफाई के लिए पानी रोका हुआ है। इसलिए पानी निकासी में दिक्कत आ रही है।