सुरेन्द्र सिंह भाटी@बुलंदशहर सिकंदराबाद विधानसभा क्षेत्र के नगला बंसी गांव के ग्रामीणों गांव में बैठे धरने पर ग्रामीणों ने जिला पंचायत सदस्य ठेकेदार व ग्राम प्रधान पर लगाए गंभीर आरोप कहा जिला पंचायत निधि से करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी नाली निर्माण सही नहीं होने के कारण नहीं निकल रहा बाहर गांव में से पानी।ग्राम प्रधान जिला पंचायत सदस्य ठेकेदार से लेकर शासन प्रशासन चक्कर काटकर थक गए लेकिन कहीं पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है घरों से निकलना मुश्किल हो रहा है ना बच्चे स्कूल जा सकते हैं ना हम कहीं बाहर जा सकते हैं।
बच्चों को स्कूल जाना हो तो कपड़े जूते हाथ में लेकर जाना पड़ता है या किसी को कोई काम से बाहर जाना पड़ता है तो भी नंगे पैर यार देख कर ही निकलना पड़ता है गांव के मुख्य रास्ते से लेकर गांव की गलियों में कई कई फुट पानी हर समय बना रहता है घरों के अंदर तक पानी पहुंच रहा है कई वर्षों से जलभराव के कारण बीमारियों होने तक का खतरा बना रहता है जनपद बुलंदशहर का एक मात्र ऐसा गांव है है जो शायद उत्तर प्रदेश में विकास को पलीता लगा था जीता जागता स्वयं में एक उदाहरण है जो करीब कई वर्षों से विकास को तड़प रहा है।
गांव के अगर मुख्य रास्ते की हम बात करें तो वह चोला स्टेशन से खुर्जा तक करें सैकड़ों गांवों को जोड़ता है लेकिन हर राहगीर निकलने में पानी से ही गुजर कर निकलेगा किसी ग्रामीण को अपने घर से बाहर जाना हो या बाहर से अपने घर जाना हो तो वह भी अपने घर से कीचड़ पानी में से ही निकल कर जाएगा।
गांव की हर गली विकास को तरसी
अगर नगला बंसी गांव में किसी के घर पहुंचना हो तो पानी से ही आपको निकलकर जाना पड़ेगा तब किसी के घर पहुंच पाओगे।
क्या कहते हैं ग्रामीण
ग्रामीण अशोक सोलंकी ने बताया की गांव की जितनी भी गलियां है किसी भी गली में अगर आप जाओगे तो कीचड़ और पानी ही पानी है मिलेगा ग्राम प्रधान कोई विकास कार्य गांव में नहीं करा रहा है। वही भरत सोलंकी ने बताया कि कई वर्षों से गांव के मुख्य रास्ते से लेकर गांव की गलियों तक मैं जलभराव की स्थिति जहां तक बनाई है कि मकान तक गिरने को तैयार हो रहे हैं। बच्चे स्कूल जाने में असमर्थ हैं काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है अपने घर को घर पहुंचना हो तो बिन पानी से निकले अपने घर नहीं पहुंचा जाएगा तालाब नहर जैसे हालात गांव में बने हुए हैं।
सैकड़ों की तादाद में महिलाएं व लोगों बैठे थे धरने पर
गांव की महिलाओं बच्चों में ग्राम प्रधान सुनील के खिलाफ आक्रोश।वहीं गांव की महिलाओं बच्चों लड़कियों का कहना है कि ग्राम प्रधान वोट मांगने तो आया लेकिन हमारी गली को सही व कीचड़ पानी मुक्त कराने कभी नहीं आया। जिससे हम बरसों से एक नरकीय जिंदगी जी रहे हैं। गांव में किसान गरीब मजदूर लोग हैं मजदूरी करने या खेतों पर जाते हैं तो जलभराव से पहले गुजरना पड़ेगा तब जाकर कहीं अपने काम पर पहुंचा जाएगा।
कई मकानों में पड़ी दरारें डर के साए में लोग
ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान ने पोखर के आसपास बने घरों के पास से मिट्टी की खुदाई करवा दी जिससे पोखर में अधिक जला खराब होने के कारण मकानों में दरारें पड़ने लगे हैं रात दिन डर लगा रहता है कि कोई अनहोनी घटित ना हो जाए जिससे रात को सोना भी घरों में मुश्किल हो रहा है।ग्रामीणों का कहना है कि अगर हमारी सुनवाई जल्द नहीं होती है तो हम अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ जाएंगे।
क्या कहना है ग्राम प्रधान पति का
इस पूरे मामले में ग्राम प्रधान पति सुनील का कहना है कि ग्राम प्रधान निधि से विकास कार्य कराए जा रहे हैं ग्रामीणों का आरोप गलत है गांव का मुख्य रास्ता जिला पंचायत सदस्य के अंडर आता है जिला पंचायत सदस्य व ठेकेदार ने मिलकर नाली निर्माण सही नहीं कराया जिससे पानी की निकासी नहीं हो पा रही हैं हमारे कार्य क्षेत्र में जो काम आता है मैं उसे करा रहा हूं।
इस मौके पर भीम भाटी, बबलू सोलंकी, जीतू सिंह, वेदपाल सिंह, धीरेंद्र सिंह, लक्ष्मी देवी , ओमान देवी,मछला देवी,संतोष देवी सहित सैकड़ों महिलाओं के लोग मौजूद रहे।