आबकारी अधिकारी की चेतावनी शराब विक्रेता आदतों में लाएं सुधार नहीं तो फिर कार्रवाई के लिए तैयार शराब पर ओवर रेटिंग नहीं होगी बर्दाश्त

लखनऊ। डिजिटल युग में ज्यादातर खरीदारी पर भुगतान ऑनलाइन अथवा पीओएस (प्वाइंट ऑफ सेल) मशीन के जरिए हो रहा है। लेकिन जनपद में संचालित कुछ शराब की दुकानों में इसका उपयोग नहीं हो रहा है। ऑनलाइन भुगतान और पीओएस का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करने के लिए आबकारी विभाग अनुज्ञापियों को पाठ पढ़ा रहा है। मिलावटी शराब की बिक्री रोकने के लिए जिले के सभी अनुज्ञापियों को पीओएस मशीन मशीन की सुविधा दी गई है। जिससे दुकानों पर बिकने वाली अवैध शराब को रोका जा सके और ऑनलाइन भुगतान को बढ़ावा दिया जा सकें। सेल्समैन को प्रत्येक बोतल का क्यूआर कोड स्कैन करना होगा। इसके बाद ही शराब की बिक्री की जाएगी। क्यूआर कोड स्कैन होते ही स्टॉक से शराब की बिक्री हो जाएगी। साथ ही सभी विक्रेताओं को अधिक से अधिक ऑनलाइन पेमेंट लेने के लिए भी निर्देश दिए गए है। विक्रेता द्वारा ऑनलाइन पेमेंट लेने से शराब पर हो रही ओवर रेटिंग के शिकायतों पर रोक लगेगी ही, साथ ही बेवजह विक्रेताओं को फंसाने वालों की पोल भी खुलेगी। अक्सर शराब की दुकान पर कुछ लोग बेवजह अपने हित के लिए विक्रेता पर शराब पर अंकित मूल्यों से अधिक दाम वसूलने का आरोप लगाते है।

काफी हद तक इस तरह के मामले फर्जी पाए जाते है। पिछले पांच माह में लखनऊ जिले में अभी तक एक भी शायद शराब पर ओवर रेटिंग की शिकायत नहीं मिली है। लेकिन विभाग बीच-बीच में गुप्त टेस्ट परचेजिंग करता रहता है। जिससे शराब विक्रेताओं में भी डर बना रहे और वह नियमानुसार शराब की बिक्री करते रहे। जिले में अवैध शराब के कारोबार को पूरी तरह से खत्म करने के लिए आबकारी विभाग की टीमें शहर से लेकर देहात क्षेत्र में लगातार दबिश दे रही है। इसी के साथ ही बाहरी राज्यों से होने वाली शराब तस्करी रोकने के लिए रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड, राजमार्ग, राष्ट्रीय मार्ग एवं कोरियर के गोदामों की नियमित चेकिंग कर रही है। जिससे शराब माफिया के लिए सभी तस्करी के रास्तों पर ताला लगाया जा सकें। हाल ही में आबकारी अधिकारी ने शराब माफिया के मंसूबों पर पानी फेरते हुए पांच लाख से अधिक बाहरी राज्यों की अंग्रेजी शराब पकड़ी थी। यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व भी शराब माफिया के सभी इरादों पर पानी फेरने में आबकारी अधिकारी ने अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ी है। जिले से शराब तस्करों का पूरी तरह से सफाया करने के लिए आबकारी अधिकारी की अपनी एक अलग ही कार्रवाई होती है। शराब माफिया भले ही उनकी गिरफ्त से दूर रहे मगर उसकी असली जड़ को उखाड़ने में विश्वास रखते है। इन सबके बीच खुले में शराब पीने और बिना लाइसेंस के शराब पिलाने वालों के खिलाफ रात्रि अभियान की भी शुरुआत की है। जिसमें खुले में शराब पीने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया जिले में अवैध शराब के निर्माण, परिवहन एवं तस्करी को रोकने के लिए आबकारी विभाग की टीम द्वारा लगातार दबिश एवं चेकिंग की जा रही है। शुक्रवार को हजरतगंज, गौतमपल्ली, मदेयगंज, हसनगंज, महानगर, अलीगंज, गोसाईगंज, गोमतीनगर, गुडम्बा, जानकीपुर, हुसैनगंज, आलमबाग, मानकनगर, नाका, तालकटोरा, ठाकुरगंज, बिजनौर, बंथरा, सरोजनी नगर, कृष्णानगर, मोहनलालगंज, नगराम, पीजीआई, बीकेटी, इटौजा, माल एवं महिगवां, जानकीपुरम, कपूर्राथला, चौक, केसरबाग, हजरतगंज, आशियाना, ट्रांसपोर्ट नगर आदि क्षेत्र में विजय शुक्ला, विवेक सिंह, रिचा सिंह, रजनीश प्रताप सिंह, सुभाष चन्द्र, अरविंद बघेल, कृष्ण कुमार सिंह, कृति प्रकाश पाण्डेय, शिखर, अभिषेक सिंह, विजय राठी, कौशलेन्द्र रावत, लक्ष्मी शंकर वाजपेयी की टीम द्वारा देसी, अंग्रेजी, बीयर एवं मॉडल शॉप की दुकानों पर चेकिंग अभियान चलाकर जांच की। जहां कुछ दुकानों पर गंदगी मिली, विक्रेताओं को दुकान को साफ-सुथरा रखने के निर्देश दिए। वही स्टॉक रजिस्टर समेत बारकोड की जांच की। सभी विक्रेताओं को निर्देश दिए कि प्रिंट रेट से अधिक मूल्य पर शराब बिक्री पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

साथ ही दुकानों पर लगे सीसीटीवी की जांच करते हुए नियमित सुचारू रखने के निर्देश दिए। इस दौरान शराब की दुकानों पर मौजूद ग्राहकों से बात की। ग्राहकों ने प्रिंट रेट पर शराब न मिलने की पुष्टि की। आबकारी निरीक्षकों के निरीक्षकों के अचानक हुए निरीक्षण से विक्रेताओं में हड़कंप मच गया। विक्रेताओं को नियमानुसार दुकान खोलने और बंद करने के निर्देश दिए गए। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया शराब की दुकानों पर लगातार चेकिंग की जा रही है। साथ ही विक्रेताओं पॉश मशीन से स्कैन के बाद शराब बिक्री करने और अधिक से अधिक ऑनलाइन पेमेंट लेने के निर्देश दिए गए है। टीम द्वारा रात्रि में खुले में शराब पीने और पिलाने वालों के खिलाफ भी अभियान चलाया गया। इस दौरान शराब की दुकानों के आसपास खुली दुकानों को चेक करते हुए चेतावनी दी गई कि बिना लाइसेंस के शराब पिलाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।