-नशे के विरुद्ध में स्कूली बच्चों को दिया नशे से दूर रहने का संदेश
गाजियाबाद। छात्रों में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति को कम करने के लिए आबकारी महकमा ने कमर कस ली है। एक युद्ध नशे के विरूद्ध अभियान के तहत नौनिहालों को जागरूक किया जा रहा है। जिला आबकारी विभाग ने जनपद में ‘एक युद्ध नशे के विरुद्ध अभियान जोर-शोर से चलाया। इसके तहत सभी आबकारी निरीक्षकों ने विभिन्न विद्यालयों में जाकर विद्यार्थियों को शपथ दिलाई। छात्र-छात्राओं को नशे के दुष्प्रभावों की जानकारी दी गई। शुक्रवार को जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने अपने कार्यालय में आबकारी निरीक्षक अखिलेश वर्मा, मनोज शर्मा, राकेश त्रिपाठी, त्रिवेणी प्रसाद मौर्य, हिम्मत सिंह, अनुज वर्मा एवं अभय दीप सिंह एवं स्टाफ को एक युद्ध नशे के विरुद्ध अभियान के तहत शपथ दिलाई। उन्होंने कहा समाज में नशे की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है।
नशे का सेवन व्यक्ति को शारीरिक मानसिक आर्थिक व सामाजिक रूप से हानि पहुंचाता है। नशापान सामाजिक बुराई है, इससे मुक्त होना आवश्यक है। जिससे हमारा समाज प्रगति करेगा। आबकारी विभाग अपने कर्तव्य के साथ-साथ समाज को नशा मुक्त करने के लिए सजग प्रहरी की भूमिका निभा रही है। उन्होंने स्कूल कॉलेज में एक युद्ध नशे के विरुद्ध जन जागरूकता का व्यापक प्रचार प्रसार करने कहा। जिससे समाज में जागरूकता आए। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि जिले में ‘एक युद्ध नशे के विरुद्ध अभियान जोर-शोर पर चलाया जा रहा है। विभाग का मकसद नई पीढ़ी को नशे से दूर रखना है। विद्यालयों में जाकर आबकारी निरीक्षकों द्वारा विद्यार्थियों को नशे के खिलाफ शपथ दिलाई जा रही है। इसके अच्छे परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं। नशे के दुष्प्रभावों से देश की युवा पीढ़ी को बचाने का हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए। जागरूकता से ही समाज को नशामुक्त बनाया जा सकता है। नशा कोई भी हो वह परिवार को बर्बाद कर देता है। समाज में अधिकांश अपराध नशे के कारण हो रहे हैं। पहले युवा शौक के कारण नशा करता है, बाद में लत पड़ने पर उसका जीवन बर्बाद हो जाता है।
गौतम पब्लिक स्कूल में बच्चों को दिया नशे से दूर रहने का संदेश
प्रताप विहार स्थित पी ब्लॉक गौतम पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल में शुक्रवार को आबकारी विभाग की ओर से एक युद्ध नशे के विरुद्ध अभियान चलाया गया। स्कूली बच्चों को नशे के दुष्प्रभाव को बताते हुए इससे दूर रहने के लिए प्रेरित किया। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया आबकारी निरीक्षक मनोज शर्मा की टीम द्वारा बच्चों को जागरूक किया गया। आबकारी निरीक्षक मनोज शर्मा ने बच्चों को बताया कि समाज में बढ़ती नशे की लत चिंता का विषय है। युवा नशे के शिकार होकर अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं। जागरूकता से ही समाज को नशामुक्त बनाया जा सकता है।
आज नशा एक सामाजिक बुराई बन चुका है। युवा पीढ़ी तेजी से इसकी जद में आ रही है। उन्होंने कहा कि अभिभावकों को भी अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए। उन्होंने बच्चों से आह्वान किया कि नशे से दूर रहें और खुशहाल जिंदगी जीएं। अभियान के तहत बच्चों को नशे के विभिन्न स्त्रोत जैसे प्रतिबंधित दवाओं आदि के सेवन न करने के प्रति भी जागरूक किया गया। नशे की लत जीवन और परिवार दोनों को बर्बाद कर देती है, जिससे बचना जरूरी है। इस दौरान विद्यालय के डायरेक्टर आशीष गौतम, प्रधानाचार्या पूनम गौतम, उपप्रधानाचार्य तनुजा, एकेडिमक हेड चेतन शर्मा और अध्यापक गण उपस्थित रहे।
युवाओं को नशे से बचाने के लिए जागरूकता जरूरी
प्रधानाचार्या पूनम गौतम ने आबकारी विभाग की इस अभियान की सराहना करते हुए कहा कि खुशहाल जिंदगी के लिए नशे से दूरी बनाए रखें। नशा एक ऐसी बुराई है, जिससे इंसान का अनमोल जीवन समय से पहले समाप्त हो जाता है और उसके परिवार को कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। युवा वर्ग में नशा करने के बढ़ती प्रवृति बहुत गंभीर समस्या है। नशे से अपराधों में भी वृद्धि होती है। नशा को नकारात्मक बताते हुए कहा कि आज यह हमारे बीच एक सामाजिक समस्या के रूप में मौजूद है। 12 साल के बच्चों से लेकर बुजुर्ग आयु तक के लोग एक आम नशा तंबाकू, गुटखा से ग्रसित है।
इसलिए नशे से दूर रहें और खुद की जागरूकता के साथ अपने आसपास के लोगों को भी जागरूक करें। इस लत के कारण न केवल वह खुद अपना नुकसान कर रहे हैं बल्कि अन्य लोगों को भी परेशानी होती है। नशे के कारण परिवार बिखर रहे हैं। उन्होंने कहा बच्चों को अपने घर पर परिजनों के साथ भी इस विषय पर चर्चा करनी चाहिए। परिजनों को अपने बच्चों पर पूरी नजर रखनी चाहिए कि उनका उठना-बैठना किसके साथ है। यदि हम अपने बच्चों पर नजर रखेंगे तो उन्हें नशे से बचा सकते हैं।
उपप्रधानाचार्य तनूजा ने कहा कि किसी भी चीज का अतिप्रयोग नशा है। नशा के अनेक स्वरूप है। आजकल नवयुवकों में इसका फैशन तेजी से बढ़ता जा रहा है। हमारे नवयुवकों की झूठी आधुनिकता के नाम पर वह अपने जीवन के साथ खेल रहे है। साथ ही परिवार और सामाजिक विघटन कर रहे है। हम लोगों को अत्यधिक मोबाइल के प्रयोग से बचने की आवश्यकता है। हमारे स्वास्थ्य पर भी हानिकारक प्रभाव डालता है। एकेडमिक हेड चेतन शर्मा विद्यार्थियों से कहा किताबों से नशा करें नशीली पदार्थों से नहीं।
जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया शासन स्तर पर चलाए जा रहे एक युद्ध नशे के विरुद्ध अभियान के तहत स्कूली बच्चों और नागरिकों को नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ जागरूक किया जा रहा है। यह अभियान 25 सितंबर से 2 अक्टूबर तक नशे के विरुद्ध चलाया जा रहा है। नशे के खिलाफ सरकारी मुहिम से जुडऩे और उसका समर्थन करने की अपील की गई। इस अभियान को अच्छा रिस्पांस मिला। नागरिकों ने अवैध शराब के निर्माण एवं बिक्री के खिलाफ सहयोग करने का भरोसा दिलाया। जन-सहयोग के हमेशा बेहतर परिणाम सामने आते हैं। गाजियाबाद में अवैध शराब का निर्माण एवं बिक्री की रोकथाम को निरंतर प्रवर्तन अभियान जारी है। इसके तहत शराब तस्करों की धरपकड़ के साथ-साथ अवैध शराब बरामद की जा रही है। साथ ही आबकारी विभाग की टीम अपने-अपने क्षेत्र में स्कूलों में जाकर बच्चों और अभिभावकों को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया जा रहा है।