सुरेन्द्र सिंह भाटी@बुलंदशहर । एक बार फिर न्याय की कुर्सी पर बैठे न्यायधीश के फैसले से बहुत जल्द देश भर में बुलंदशहर का नाम चर्चित होने वाला है ।वर्ष 2018 से न्याय की उम्मीद में घूम रहे थे पीड़ित के माता पिता| बुलंदशहर के गॉव चांदपुर से आयुषी केस में कोर्ट जल्द सुना सकती है अपना फैसला ।
क्योकि मंगलवार को न्यायालय के समक्ष दोनों पक्षो के अधिवक्ताओं की ओर से होने वाली वहस पर पूर्ण विराम लग चुका है । साथ ही पीड़ित पक्ष के अधिवक्ता की ओर से 6 मार्च तक इस मामले से सम्बंधित रूलिंग कोर्ट के समक्ष पेश की जानी तय बताई जा रही है । जिसके उपरांत न्याय मिलने की तारीख जल्द ही कोर्ट दुआरा दिए जाने के विषय मे भी बताया जा रहा है ।
एक बार फिर हिंदुस्तान के न्यायाधीश पर बहन बेटियो के लिए इस फैसले को लेकर देश की जनता की निगाहें टिकती नजर पढ़ रही है । साथ ही आज भी न्यायालय में जजो की कमी होने के बाबजूद भी ओर न्याय में काफी समय लगने के बाबजूद भी देश की जनता को किसी भी विवाद से निपटने के लिए कोर्ट पर उम्मीद बनी होती है ।
ठीक उसी प्रकार आयुषी के माता पिता और उसके परिवार की उम्मीद न्याय की आस लिए कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहे है । ओर जब तक इस प्रकार के संघीन अपराधों पर कोर्ट गंभीरता नही बरतती है तो देश की बहन बेटी सुरक्षित नही होगी , फिर चाहे उसे निर्भया कांड के रूप में देखा जाए चाहे हैदराबाद या उन्नाव कठुआ में हुए रेप केस की बात हो|
किन्तु देश के संविधान में न्यायालय की कुर्सी पर बैठे न्यायाधीश पर आज भी देश की जनता पूर्ण रूप से विश्वास करती है ठीक उसी प्रकार से आयुषी के माता पिता को भी बेटी के लिए न्याय मिलने की पूर्ण उम्मीद बुलंदशहर के पोक्सो कोर्ट के न्यायाधीश पर बनी हुई है ।