आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक स्व0 सोहन सिंह की याद में मनाया गया स्मृति दिवस


सुरेन्द्र सिंह भाटी@बुलंदशहर आज दिनांक 12 दिसंबर 2021 को गुलावठी ब्लॉक के हरचना गांव में वरिष्ठ प्रचारक आर एस एस सोहन सिंह की याद में स्मृति दिवस मनाया गया। उनके पैतृक गांव हरचना में उनकी याद में गांव के मुख्य मार्ग पर स्मृति द्वार का भी अनावरण किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विक्रम सिंह एवं संचालन नरेश सह विभाग कार्यवाह द्वारा किया गया।


कार्यक्रम का शुभारंभ स्मृति द्वार का उद्घाटन आदरणीय स्वांत रंजन अखिल भारतीय बौद्धिक प्रमुख के द्वारा किया किया गया।स्व0श्री सोहन सिंह की स्मृति में उनके आवास पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया।

जिसमें कई राज्यों के कार्यकर्ता,विधायकगण, सांसद,मंत्री, अध्यक्ष, आम नागरिक हजारों की संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम के मंच पर उपस्थित रमेश चंद्र क्षेत्र संचालक राजस्थान, आलोक अखिल भारतीय सहप्रचार प्रमुख,सूर्य प्रकाश टोंक क्षेत्र संघचालक पश्चिमी उत्तर प्रदेश क्षेत्र, सावंत रंजन अखिल भारतीय बौद्धिक प्रमुख जयपुर, विक्रम सिंह , गजेंद्र (स्वर्गीय सोहन सिंह के पौत्र) आदि रहे।


मुख्य वक्ता आलोक अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख जी ने स्वर्गीय सोहन सिंह ने जीवन परिचय पर प्रकाश डालते हुए कहां कि संघ कार्य के लिए जीवन समर्पित करने वाले वरिष्ठ प्रचारक सोहन सिंह का जन्म 18 अक्टूबर 1923 को हरचना की पुण्य भूमि जिला बुलंदशहर में हुआ। उनके पिता चौधरी राम सिंह 06 भाई-बहनों में सबसे छोटे थे 16 वर्ष की अवस्था में वे स्वयंसेवक बने 1942 में बीएससी करते ही उनका चयन भारतीय वायु सेना में हो गया था।


लेकिन स्वर्गीय श्री सोहन सिंह 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन की विफलता से बहुत दुखी हुए थे। उन दिनों गुरु राष्ट्र व भारतीय संस्कृति के लिए समय देने का आग्रह कर रहे थे। उनकी प्रेरणा से दिल्ली के 80 युवक आरएसएस के प्रचारक बने उनमें से एक स्व0 सोहन सिंह भी थे। इससे पूर्व में दिल्ली की सायं शाखाओं के मंडल कार्यवाह थे 1943- 44 व 45 में उन्होंने r.s.s. के तीन संघ शिक्षा वर्ग भी पूरे किए। प्रचारक बनने पर इसीक्रम में वे करनाल रोहतक झज्जर और अंबाला में तहसील प्रचारक के नाते रहे।

हरियाणा दिल्ली महानगर में प्रचारक रहे। 1973 में उन्हें जयपुर विभाग का काम देकर राजस्थान भेजा गया। आपातकाल में भी वही गिरफ्तार हो गए। इसके बाद में 10 वर्ष राजस्थान के प्रांत प्रचारक रहे। 1987 से 90 तक उत्तर क्षेत्र सहित क्षेत्र और फिर क्षेत्र प्रचारक रहे। 2000 तक धर्म जागरण विभाग के राष्ट्रीय प्रमुख और फिर 2004 तक उत्तर क्षेत्र के क्षेत्र प्रचारक प्रमुख इसके बाद अस्वस्थता के कारण उन्होंने सब दायित्वों से मुक्ति ले ली 1948 में प्रतिबंध काल में भी वे जेल गए थे। उन्हें जिस कोठरी में रखा गया उसमें पानी भर दिया जाता था।

ऐसी घोर यातनाओं के बाद भी वे अडिग रहे आपातकाल में भी वे जेल गए। तो जेल में उनके कारण प्रशिक्षण वर्ग जैसा माहौल बना रहता था। सादा जीवन और उच्च विचार के पर्याय थे 14 जुलाई 2015 को 10 वर्ष की आयु में रात्रि 11:40 बजे तेरा वैभव अमर रहे मां हम दिन चार रहे न रहे मां इन्हीं भावों के साथ मातृभूमि के लिए सर्वस्व समर्पण कर गोलोक वासी हुए उनका अंतिम संस्कार दिल्ली में ही निगमबोध घाट पर 5:00 बजे संपन्न हुआ मृत्यु के पश्चात उनकी इच्छा के अनुसार उनके नेत्रदान कर दिए गए।

ऐसे महान विभूति और श्रेष्ठ कर्म योगी थे हमारे सोहन सिंह कार्यक्रम में वन राज्य मंत्री अनिल शर्मा, अंतुल तेवतिया जिला पंचायत अध्यक्ष बुलंदशहर, क्षेत्रीय अध्यक्ष bjp मोहित बेनीवाल, क्षेत्र धर्म जागरण प्रमुख ईश्वर दयाल,सह प्रांत प्रचार प्रमुख प्रीतम विभाग प्रचारक राजेश,प्रांत गौ सेवा प्रमुख चंद्रशेखर जी,एड0 राजवीर विभाग कार्यवाह, योगेश कुमार एडवोकेट जिला प्रचार प्रमुख, संदीप त्यागी जिला सम्पर्क प्रमुख, महेंद्र सिंह जिला कार्यवाह, डॉ वीरेंद्र गर्ग विभाग संघचालक ,कृष्ण पाल जिला संघचालक , सुरेंद्र , एवं अनेकों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।