दीपक वर्मा@ शामली। केन्द्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों के नेतृत्व में दिल्ली बार्डर एवं उत्तर प्रदेश के कई स्थानों पर चल रहे आंदोलन की स्थिति एवं संभावित परिणामों पर सपा नेता प्रो. सुधीर पंवार व रिटायर्ड कर्नल सुभाष देशवाल ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलकर उन्हें किसान आंदोलन की रिपोर्ट सौंपी।
जानकारी के अनुसार सपा के वरिष्ठ नेता प्रो. सुधीर पंवार व रिटायर्ड कर्नल सुभाष देशवाल ने केन्द्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों के नेतृत्व में दिल्ली बार्डर एवं उत्तर प्रदेश के कई स्थानों पर चल रहे आंदोलन की स्थिति एवं संभावित परिणामों पर लखनऊ पहुंचकर पूर्व मुख्यमंत्री एवं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से भेंटकर उन्हें किसान आंदोलन की विस्तृत रिपोर्ट सौंपी, साथ ही उप्र में किसानों का बकाया गन्ना भुगतान, गन्ना मूल्य की घोषणा में हो रही देरी, बिजली की दरों में बढोत्तरी तथा उगाही के लिए बिजली विभाग द्वारा की जा रही छापेमारी जैसे किसानों को प्रभावित करने वाले मुद्दों एवं किसानों की चिंताओं से अवगत कराया। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के संपूर्ण कर्जमाफी, 14 दिनांे में बकाया भुगतान का वादा झूठा निकला। ग्रामीण विकास की सभी परियोजनाएं बंद पडी है, समाजवादी पार्टी द्वारा महिलाओं एवं कमजोर वर्गों के लिए चलाई जा रही योजनाओं को भी बंद कर दिया गया है। प्रदेश की भाजपा सरकार का निवेश एवं औद्योगिक विकास केवल विज्ञापनों में सिमटकर रह गया है। प्रदेश में बडी संख्या में बेरोजगार युवा भाजपा द्वारा 2014 में वादा की गयी दो करोड नौकरी प्रतिवर्ष तथा 2017 में वादा की गयी 2 लाख नौकरियों को ढूंढ रहा है। उन्होंने कहा कि 2022 में सपा सरकार बनने के बाद युवा और किसान सरकार की प्राथमिकता में होंगे। अखिलेश यादव ने कहा कि मोदी सरकार को 26 जनवरी की मांग मानकर संविधान दिवस मनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसान संगठनों द्वारा 26 जनवरी को होने वाले टैªक्टर मार्च कार्यक्रम को सपा का पूरा समर्थन रहेगा। इस अवसर पर वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री अहमद हसन एवं राजेन्द्र चैधरी को विधान परिषद सदस्य निर्वाचित होने पर बधाई दी गयी। डा. सुधीर पंवार द्वारा राजेन्द्र चैधरी को शामली आने का निमंत्रण दिया गया जिसे उन्होंने स्वीकार करते हुए कहा कि वे जल्द ही शामली आएंगे।