रेन ने 50 लाख रुपए नकद पुरस्कार दिया है। दीपिका ने पिछले महीने पेरिस में हुए तीरंदाजी वर्ल्ड कप में भारत को तीन गोल्ड जीताए हैं। दीपिका और उनके पति अतनु दास की जोड़ी ओलिंपिक के लिए पहले ही क्वालिफाई कर चुकी है। दोनों से मेडल की भी बहुत उम्मीद है।
मुख्यमंत्री ने शनिवार को झारखंड के प्लेयर्स से वर्चुअली मुलाकात की। साथ ही मुख्यमंत्री ने 23 जुलाई से टोक्यो में होने वाले ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले झारखंड के प्लेयर्स को 2 करोड़, सिल्वर मेडल जीतने वाले को एक करोड़ और ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले को 75 लाख रुपए देने की घोषणा की है।
साथ ही पेरिस में दीपिका की टीम की हिस्सा रही अंकिता भकत और कोमालिका बरी को 20-20 लाख रुपए देने की घोषणा की है। कोच पूर्निमा महातो को 12 लाख रुपए देने का ऐलान किया है। ओलिंपिक के लिए इंडियन वुमन हॉकी टीम में सिलेक्ट हुई निक्की प्रधान और सलीमा तेते को 5-5 लाख रुपए देने की घोषणा की है।
एक साथ दिलाए 3 गोल्ड मेडल
पेरिस में दीपिक ने पहले पति अतनु दास के साथ मिलकर मिक्स्ड इवेंट में गोल्ड पर निशाना साधा। दीपिका के नेतृत्व में भारतीय महिला रिकर्व टीम ने गोल्ड जीता। भारतीय टीम में दीपिका के अलावा अंकिता भगत और कोमोलिका बारी शामिल रहीं। इसके बाद दिन खत्म होने तक दीपिका ने व्यक्तिगत इवेंट में भी देश को गोल्ड दिलाया। एक दिन में तीन गोल्ड जीतने वाली दीपिका से ओलिंपिक में भी ऐसे ही बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद है। इस साल टोक्यो ओलिंपिक 23 जुलाई से 8 अगस्त तक होना है।
छोटे से गांव से निकलकर बनाई इंडिया टीम में जगह
निक्की प्रधान रांची से 65 किलोमीटर दूर एक छोटे से हेसल गांव की रहने वाली हैं। निक्की ने बहुत कम उम्र में हॉकी खेलने शुरू कर दिया था। इसके बाद बरियातू गर्ल्स हॉकी सेंटर में अपनी प्रतिभा को निखारा। 27 साल की निक्की रियो ओलिंपिक में भी टीम का हिस्सा रह चुकी हैं। उस वक्त वे इंडियान वुमेन हॉकी टीम में हॉकी खेलने वाली झारखंड की पहली प्लेयर थीं। इसके अलावा सलीमा तेते ने 2017 में बेलारूस के खिलाफ डेब्यू किया था। 19 साल की तेते सिमडेगा जिले की छोटी सी बस्ती की रहने वाली हैं।