सुरेन्द्र भाटी@बुलन्दशहर : विश्व गौरैया दिवस के उपलक्ष में शहर के चांदपुर रोड स्थित सेंट मोमिना स्कूल में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया कार्यक्रम में विक्रम सिंह राघव मुख्य अतिथि तथा डॉ मनमोहन रोहिला विशिष्ट अतिथि के रुप में आमंत्रित किए गए थे संस्था प्रबंधक शाह फैसल तथा प्रधानाचार्या सविता सिंह ने दोनों अतिथियों का पुष्प गुच्छ देकर हार्दिक स्वागत किया|
अतिथियों के द्वारा मां सरस्वती के प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्वलन कर तथा माल्यार्पण कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारम्भ किया गया कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के बच्चों तथा अध्यापकों के द्वारा बहुत ही शानदार कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए तेजेश्व, चंद्रिमा, जाह्नवी, आयाना, लविका, अनुष्का, अर्नव, रिद्धि, माही, जुनैरा, बरीरा, श्रेया, सार्थक, लकी, प्रांजल, वर्षा तथा प्रज्ञा आदि नन्ने मुन्ने बच्चों ने पक्षियों के आकर्षक वेशभूषा में मनमोहक प्रस्तुति देकर सभी का मन मोह लिया|
संस्था के प्रबंधक शाह फैसल में राम कृष्ण शीला देवी वेलफेयर ट्रस्ट के द्वारा पक्षियों के संरक्षण हेतु किए जा रहे अभिनव प्रयास की सराहना की तथा ट्रस्ट के साथ जुड़ते हुए दाना पानी कमल परियोजना हेतु ₹ 21000 की धन राशि भेंट की तथा गौरैया के संरक्षण के लिए संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास से निश्चय ही प्रकृति के पुरातन स्वरूप को प्राप्त किया जा सकेगा विशिष्ट अतिथि डॉ मनमोहन रोहिला ने विद्यालय परिवार के द्वारा बच्चों के अन्दर जो सामाजिक तथा नैतिक मूल्यों को प्रदान किया जा रहा है|
उसकी विशेष प्रशंसा करते हुए कहा कि विद्यालय के द्वारा आदर्श नागरिक तैयार करने की आधारशिला तैयार की जा रही है बच्चों के अभिनव प्रस्तुतीकरण को समर्पित करते हुए उन्होंने गौरैया के संदर्भ में ओ री गौरैया अंगना में फिर से आजा तू शीर्षक कविता का पाठ किया मुख्य अतिथि विक्रम सिंह राघव ने दाना पानी कमल के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की उन्होंने उपस्थित समस्त अध्यापक अभिभावक तथा विद्यार्थियों को पक्षियों के प्रति संवेदनशील बनने हेतु शपथ दिलाई|
कार्यक्रम के अंतिम पड़ाव हैं प्रधानाचार्या सविता सिंह के द्वारा दोनों अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर उनका आभार व्यक्त किया गया कार्यक्रम के दौरान अजित सिसौदिया ने संचालक के भूमिका निभाई तथा कार्यक्रम का प्रबंधन रोहित अग्रवाल के देखरेख में रही कार्यक्रम के सफल आयोजन में विद्यालय के समस्त स्टाफ का विशेष सहयोग रहा ।