IN8 @ सहारनपुर : यह खबर देश में खेल के प्रति जिम्मेदारों की संवेदनशीलता और उनकी दावा की जाने वाली कुशल कार्यशैली को कठघरे में खड़ा कर रही है. खिलाड़ियों को असुविधाओं का सामना करना पड़ता है. यह कोई नई बात नहीं है. बस, वे अपनी इच्छाशक्ति से मंजिल हासिल कर लेते हैं. मगर अधिकारियों की लचर कार्यशैली उनका मन तोड़ने पर आमादा रहती है. दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है. इसमें खिलाड़ी खाना खाते हुए नजर आ रहे हैं. आश्चर्य की बात यह है कि खिलाड़ियों को यह खाना टॉयलेट में परोस दिया गया. ऐसे में जाहिर है कि सवाल को पूछा ही जाएगा. मामला अब तूल पकड़ चुका है.
राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में आई थीं 17 टीम
जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में डॉ. भीमराव स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित तीन दिवसीय कबड्डी प्रतियोगिता के दौरान खिलाड़ियों को टॉयलेट के अंदर बना खाना खाने के लिए मजबूर होना पड़ा है. वीडियो वायरल होने के बाद सभी तरह-तरह के टालू बयान देने लगे. मामला जब तूल पकड़ने लगा तो जिलाधिकारी ने भी इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं.
दरअसल, राज्यस्तर की यह कबड्डी प्रतियोगिता 16 सितम्बर से 18 सितम्बर तक चली. इसमें 17 टीमों ने हिस्सा लिया. यानी करीब 200 से अधिक लोगों की टीम आई हुई थी. इन लोगों का खाना टॉयलेट में बनवाया गया. खिलाड़ियों को टॉयलेट में खाना बनाकर खिलाया गया और कच्चे चावल परोसे गए.
सहारनपुर में डॉ. भीमराव स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित तीन दिवसीय कबड्डी प्रतियोगिता के दौरान खिलाड़ियों को टॉयलेट के अंदर बना खाना खाने के लिए मजबूर होना पड़ा है. वीडियो वायरल होने के बाद सभी तरह-तरह के टालू बयान देने लगे. मामला जब तूल पकड़ने लगा तो DM ने जांच के आदेश दे दिए हैं. pic.twitter.com/MQlLt2oZwc
— नीरज तिवारी/Neeraj Tiwari (@OMG_neeraj) September 20, 2022
खिलाड़ियों से जुटाए जाएंगे सुबूत
इस संबंध में क्रीड़ाधिकारी अनिमेष सक्सेना ने अपनी सफाई देते हुए मीडिया को बताया कि जब खाना बनाया गया तो हलवाई के चावल खराब आ गए थे, उस चावल को फेंकवा दिया गया था. दोबारा चावल बनवाया गया था. हालांकि टॉयलेट में खाना बनवाने के बारे में पूछने पर वे संतुष्टिजनक उत्तर न दे सके. इसके बाद जिलाधिकारी सहारनपुर अखिलेश सिंह ने एडीएम वित्त एवं राजस्व रजनीश कुमार मिश्र को जांच कर रिर्पोट पेश करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों के मोबाइल नम्बर पर इस मामले में बात की जाए और सुबूत लेकर रिपोर्ट पेश की जाए.