सुरेन्द्र सिंह भाटी@बुलन्दशहर: कावड़ लेकर गांव लौटे परमवीर चक्र विजेता योगेंद्र यादव का ढोल नगाड़ों से जोरदार स्वागत।
कारगिल युद्ध के हीरो और परमवीर चक्र विजेता योगेंद्र यादव के साथ झूमकर नाचे गाव के हिन्दू-मुसलमान।
कारगिल युद्ध के हीरो रहे योगेंद्र यादव ने कावड़ को भी किया देश को समर्पित,योगेंद्र यादव के स्वागत से ग्रामीणों ने कारगिल दिवस को बनाया खास।
योगेंद्र यादव ब्रीफ…
कारगिल युद्ध के दौरान 15 गोलियां लगने के बाद भी परमवीर चक्र विजेता योगेंद्र यादव ने पाक सैनिकों को ढेर कर अपनी बहादुरी से टाइगर हिल पर तिरंगा झंडा फहराया था। योगेंद्र यादव की इस बहादुरी के लिए उन्हें को 19 साल की उम्र में सेना के सर्वोच्च सम्मान परमवीर चक्र से नवाजे गए। इस बार योगेंद्र यादव हरिद्वार से कांवड़ भी लेकर आए हैं।
देश के लाल योगेंद्र यादव के कावड़ लेकर लौटने पर बुलन्दशहर के औरंगाबाद अहीर में जश्न का माहौल।