नई दिल्ली। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद मतदाता पहचान पत्र के इलेक्ट्रॉनिक संस्करण की सोमवार को शुरूआत करेंगे जिसे मोबाइल फोन या कंप्यूटर पर डाउनलोड किया जा सकता है। चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि ई-इलेक्टर फोटो पहचान पत्र निर्वाचक फोटो पहचान पत्र का डिजिटल संस्करण है और इसे डिजिटल लॉकर जैसे माध्यमों से सुरक्षित रखा जा सकता है और इसे पोर्टेबल डाक्यूमेंट फार्मेट (पीडीएफ) प्रारूप में मुद्रित किया जा सकता है।
आयोग ने रविवार को एक बयान में कहा, ‘‘केन्द्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ई-इपिक कार्यक्रम की शुरूआत करेंगे और पांच नये मतदाताओं को ई-इपिक और निर्वाचक फोटो पहचान पत्र वितरित करेंगे।’’ बयान में कहा गया है कि भौतिक कार्ड को प्रिंट करने और मतदाताओं तक पहुंचने में समय लगता है और दस्तावेज को तेजी से और आसानी से पहुंचाने का विचार है। आधार कार्ड, स्थायी खाता संख्या (पैन) कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस डिजिटल मोड में उपलब्ध हैं। वर्ष 1993 में लाये गये मतदाता फोटो पहचान पत्र, व्यक्ति की पहचान और पते के प्रमाण के रूप में स्वीकार्य हैं।