सुरेन्द्र सिंह भाटी@बुलन्दशहर किसान पिछली बारिश के बाद ही सही से अपने फसलों को नहीं सुखा पाए थे उधर आज अचानक से बेमौसम हुई मूसलाधार बारिश और आंधी ने फसलों को फिर किया तबाह बर्बाद ।
आखिर कैसे किसान रोके अपने आंसू कैसे उभर पायेगा इस आफत से किसान। एक तो महंगाई की मार ऊपर से भगवान की बेमौसम हुई बरसात की मार हालात बद से बदतर होते जा रहे है किसान के हालात।