किसान आन्दोलन के समर्थन में कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन

IN8@होडल….. सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के बैनर तले विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने किसानों के आंदोलन के समर्थन में आज होडल ब्लॉक में केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन की अध्यक्षता सर्व कर्मचारी ब्लॉक उप प्रधान वीर सिंह सौरोत ने तथा मंच संचालन ब्लॉक सचिव देवेंद्र नंबरदार ने किया । विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए ऑल हरियाणा पॉवर कारपोरेशन वर्कर यूनियन के यूनिट प्रधान नरेंद्र सिंह सौरोत व टूरिज्म विभाग से प्रधान महावीर ने बताया कि केंद्र सरकार ने कोरोना की आड़ में तीन कृषि अध्यादेश पास किए हैं, इनके विरोध में तमाम किसान संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं । किसान संगठन एमएसपी की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे है दूसरी तरफ केंद्र की सरकार पूंजीपतियों के दबाव में तमाम विभागों को बेच रही है ।

केंद्र सरकार द्वारा बिजली संशोधन बिल 2020 भी पास किया गया है जिसके विरोध में देश के सभी बिजली कर्मचारी पहले से ही लामबंद है यह बिल भी किसानों पर विपरीत असर डालेगा, इससे किसानों को मिलने वाली सब्सिडी खत्म हो जाएगी । किसान संगठनों द्वारा तीनों कृषि बिलों को रद्द करने के साथ-साथ बिजली संशोधन बिल 2020 को भी रद्द करने की तथा आंदोलन में शामिल किसानों पर बनाए गए झूठे मुकदमे वापस लेने की मांग की जा रही है । उन्होंने बताया कि किसानों के तीनों अध्यादेश लागू होने से गरीब बीपीएल परिवारों को सब्सिडी पर मिलने वाले राशन की सुविधा खत्म हो जाएगी तथा सरकारी भंडारण खत्म हो जाएगा। बड़े पूंजीपति अपनी मर्जी से किसानों की फसलों को खरीदेंगे।

कर्मचारी संगठनों ने तमाम मांगों को लेकर सरकार को चेताया है कि किसानों की मांगों का समाधान तुरंत प्रभाव से किया जाए अन्यथा यूनियन किसानों के साथ मिलकर आंदोलन को और भी तेज करने को मजबूर होगी। उन्होंनं कहा की प्रधानमंत्री जी मन की बात पर लोगों को भ्रमित करते रहते हैं परंतु लोगों की अथवा किसानों की मन की बात भी प्रधानमंत्री को समझनी चाहिए । प्रदर्शन में कल चंडीगढ़ आंदोलन में जेबीटी शिक्षकों पर वाटर कैनन लाठीचार्ज की कड़े शब्दों में निंदा की गई तथा तबादला रद्द किए जाने की मांग की गई। विरोध प्रदर्शन में विभिन्न विभागों के कर्मचारी नेता नगर पालिका से राज, जन स्वास्थ्य विभाग से महेंद्र सिंह, सिंचाई विभाग से राजेश शर्मा, बिजली विभाग से लख्मी चंद रावत, राजवीर रावत व सैकड़ों कर्मचारी शामिल थे।