कुछ लोग विरासत और नेपोटिज्‍म में कन्‍फ्यूज होते हैं : जावेद अख्‍तर

IN8@: कंगना रनौत ने नेपोटिज्‍म और स्‍टारकिड्स के ख‍िलाफ सोशल मीडिया पर मोर्चा खोल दिया। अब इस पूरे मामले में जावेद अख्‍तर का बयान आया है। द‍िग्‍गज गीतकार और लेखक जावेद अख्‍तर का कहना है कि कुछ लोग विरासत और भाई-भतीजावाद में फर्क नहीं समझ पाते हैं।

एक इंटरव्‍यू में जावेद अख्‍तर ने कहा, ‘मेरा मानना है कि लोग दो चीजों में कन्‍फ्यूज हैं। नेपोटिज्‍म संभव नहीं है, क्‍योंकि अंत में जो आदमी बॉक्‍स ऑफिस पर टिकट खरीद रहा है, वही वोटर है और इसे नकारा नहीं जा सकता है। लोग विरासत और नेपोटिज्म में कन्फ्यूज होते हैं।’


जावेद अख्‍तर ने आगे कहा, ‘यदि कोई फिल्मी घराने में पैदा होता है तो उसके लिए फिल्म इंडस्ट्री के दरवाजे आसानी से खुल जाते हैं, लेकिन ये सब कुछ नहीं है। कई बार स्टार किड्स ने खुद कहा है कि फिल्मी परिवार से होने के कारण उन्हें काम के मौका मिलना आसान हो जाता है। हालांकि, ये जरूरी नहीं कि उन्हें सफलता ही मिले।’


बॉलिवुड में ग्रुप्‍ज‍िम के मुद्दे पर बोलते हुए जावेद अख्‍तर ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह काम करने का कंफर्म है। जब आप किसी के साथ काम करते हैं और उसके साथ काम करना अच्‍छा लगता है, एक आपसी समझ विकसीत होती है। कंफर्म फील होने लगता है साथ काम करने में। ऐसे में आप एक-दूसरे से जुड़ जाते हैं।’


जावेद अख्‍तर ने बॉलिवुड ड्रग रैकेट पर भी बात की। उन्‍होंने ‘मैंने सिर्फ सुना है और कभी कोई ड्रग्स अपनी आंखों से नहीं देखा है। मैंने सुना है कि युवा ड्रग्स लेते हैं, लेकिन ये सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री तक ही सीमित नहीं है। हर जगह है। यह पूरे समाज के लिए एक रोग है। बात इस पर होनी चाहिए। हालांकि, मुझे पता नहीं है कि क्या चीज कानूनी है और क्या चीज गैर कानूनी है।’