सुरेन्द्र भाटी@बुलन्दशहर के ककोड नवरात्र में उपवास के चलते कूटू के आटे के व्यंजन खाने से फूड पॉयजनिंग के चलते झाझर क्षेत्र के तीन गांवों के बीस लोगों की तबियत बिगड़ गई। बीमार लोगों को आननफानन में निजी अस्पताल में उपचार हेतु भर्ती कराया गया। हड़कंप मचने पर खाद्य सुरक्षा टीम ने छापेमारी कर चार दुकानदारों की दुकानों से कूटू के आटे समेत सात बस्तुओं के नमूने लेकर जांच हेतु भेजे गए।
सैंपलिंग के दौरान एक दुकानदार की हालात खराब होने पर चिकित्सक को दिखाया गया।मंगलवार शाम नवरात्रि के उपवास खोलने के दौरान वृत्तियों ने उपवास खोला। कूटू से बने व्यंजन खाने पर खाजपुर निवासी संजय, डौली, कशिश, संगीता लख्मी जौनचाना निवासी कुनाल, नेमवती,अंजू, रानी,नीरा, शिवानी, खुशबू, रचना,वर्षा,श्वेता, अंजली हाजीपुर निवासी सुषमा, अमीता की हालत बिगड़ गई। फूड पॉयजनिंग के चलते सभी को उल्टी, पेट दर्द, जलन आदि की शिकायत के चलते निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
हड़कंप मचने पर मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी मनोज कुमार कुंवर टीम समेत खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजकुमार गुप्ता, खाद्य निरीक्षक यशपाल यादव, के पी सिंह, धनन्जय सिंह, मनोज कुमार सिंह के साथ झाझर पहुंचे। टीम ने महेश गर्ग के यहां से तेल, रामेश्वर दयाल विनय कुमार के यहां से कूटू आटा, तेल, अरहर दाल, मुनख्खा दीपक कुमार के यहां से कूटू आटा तथा गिरेन्द्र शर्मा के यहां से कूटू आटे का नमूना लेकर जांच हेतु भेजा गया है।
कूटू के आटे के सेवन से फूड पॉयजनिंग के चलते लोगों की हालत बिगड़ गई। सभी को उपचार के बाद छुट्टी मिल गयी।झाझर के चार दुकानदारों के यहां से कूटू के आटे समेत अन्य बस्तुओं के नमूने जांच हेतु भेजे गए हैं।
मनोज कुमार कुंवर
मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी, बुलंदशहर