दिल्ली डेस्क @ दिल्ली : दिवाली में अब कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं। दिल्ली की रौनक दिवाली में ही दिखती है। दो साल कोरोना की महामारी के चलते दिल्ली की दिवाली थोड़ी फीकी रही। इसबार दिल्लीवाले अच्छी दिवाली की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
कोरोना केस भी कम होते जा रहे हैं। सारे कारोबार एक बार फिर पटरी पर लौट आए हैं। पुरानी रौनक धीरे-धीरे वापस लौटने लगी है। इस बीच दिल्ली की केजरीवाल सरकार का एक बड़ा फैसला आया है जिसमें इस साल भी पटाखों पर पाबंदी लगा दी गई है यानी कि दिल्ली वाले इस दिवाली भी पटाखे नहीं फोड़ सकेंगे।
जहां इस फैसले से पटाखा कारोबारियों और पटाखा प्रेमियों में मायूसी है वहीं पर्यावरणविद् और हेल्त एक्सपर्ट्स इसे महत्वपूर्ण फैसला बता रहे हैं।बता दें कि दिल्ली सरकार ने ये फैसला दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की वजह से लिया है। दिल्ली सरकार ने पिछले साल के निर्देश के तहत पटाखों के निर्माण, भंडारण, बिक्री और फोड़ने पर प्रतिबंध को बढ़ा दिया है।
इस साल दिल्ली सरकार ने पटाखों की ऑनलाइन बिक्री और डिलीवरी पर भी रोक लगा दी है। यह प्रतिबंध 1 जनवरी 2023 तक प्रभावी रहेगा। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली में पटाखों पर बड़ा फैसला लिया है।
दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने इस बारे में जानकारी दी है। एक ट्वीट में गोपाल राय ने कहा है कि दिल्ली में लोगों को प्रदूषण के खतरे से बचाने के लिए पिछले साल की तरह ही इस बार भी सभी तरह के पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और उपयोग पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया जा रहा है, ताकि लोगों की जिंदगी बचाई जा सके।