डबल मर्डर प्रकरण में अंधेरे में तीर चला रही पुलिस, चारों टीमों के हाथ अभी तक खाली
संवाददाता@ कैराना। ब्लाइंड डबल मर्डर प्रकरण में 12 दिन बाद भी खाकी किसी खास नतीजे तक नहीं पहुंच पाई है। न शवों की शिनाख्त हुई और न ही पुलिस दो बेटियों के कातिल का सुराग लगा पा रही है। इस सनसनीखेज वारदात से पर्दा उठाने के लिए लगाई गई पुलिस की चारों टीमें भी अंधेरे में तीर चलाती हुई नजर आ रही हैं। सफलता कोसों दूर है, बावजूद इसके अधिकारी जल्द राजफाश किए जाने का दावा करते नहीं थक रहे हैं।
20 मई को जगनपुर के जंगल में ईंख के खेत से दो अज्ञात लड़कियों के शव बरामद हुए थे। हत्यारों ने बेरहमी से हत्या करने के बाद दोनों शवों को एक जगह बांधकर छिपाने के लिए यहां डाला गया था। इसके बाद एसपी ने चार टीमों का गठन करते हुए लगा दिया। मौके पर डॉग स्क्वायड व फॉरेंसिक विभाग की टीम ने जांच की थी। डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल ने भी स्वयं घटनास्थल पर पहुंचकर निरीक्षण करते हुए पुलिस को वारदात के जल्द राजफाश किए जाने के निर्देश दिए थे। इस सनसनीखेज वारदात को लेकर लगाई गई टीमें कहीं औद्योगिक क्षेत्र में पहुंचकर फोटो के आधार पर शवों की शिनाख्त का प्रयास किया जा रहा है तो कहीं पोस्टर चस्पा करा कर और सोशल मीडिया का भी सहारा ले रही है। लेकिन, अभी तक भी पुलिस के हाथ कोई सफलता नहीं लग पाई है। हत्यारों की धरपकड़ तो दूर की बात है, पुलिस शवों की शिनाख्त तक नहीं करा पाई है। शिनाख्त न होने पर ही पुलिस द्वारा शवों को भी दफना दिया गया था। अब पुलिस के सामने यह घटना बड़ी चुनौतीपूर्ण है, जिसके राजफाश करने में पुलिस नाकाम नजर आ रही है। पुलिस के हाथ अभी तक कोई ऐसा सुराग नहीं लगा, जिससे हत्यारों तक पहुंचा जा सके। यदि सुराग हाथ लग जाता तो हत्यारों पर भी कहीं न कहीं शिकंजा कस लिया जाता और शवों की शिनाख्त भी हो जाती। पुलिस अफसर कुछ संदिग्ध लोगों से पूछताछ करने की बात कहते हैं, लेकिन नतीजा कुछ सामने नहीं आता। आखिर दो बेटियों को बेरहमी से मौत देने वाला कातिल कौन है, कब इस घटनाक्रम से पर्दा उठेगा, यह तो आने वाला समय ही बताएगा।