चेतन भाटी @ बुलंदशहर: कोरोना ने दैनिक दिनचर्या सहित काम धंधों पर ब्रेक लगा जिले की अर्थव्यवस्था कई पहिए को रोका है। लेकिन लॉक डाउन की अवधि में ऊर्जा निगम को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है जनपद में बिजली की खपत मैं ज्यादा बड़ा अंतर नहीं आया है।
लॉक डाउन की अवधि में घरेलू उपभोक्ताओं ने बिजली का खूब प्रयोग किया है।
जिससे उद्योगों में प्रयुक्त होने वाली बिजली घरेलू उपभोक्ताओं ने लॉक डाउन से पूर्व समय की अपेक्षा बिजली की अधिक खपत की है।
निगम के पिछले साल और इस वर्ष मई और अप्रैल के महीने में बिजली खपत मैं सिर्फ 86
का अंतर आया है। जिससे स्पष्ट होता है कि जिले में ऊर्जा निगम के लिए लॉक डाउन में घरेलू उपभोक्ता मुफीद साबित हुए हैं। उद्योग धंधे संचालित होने के बाद में अब बिजली की खपत की डिमांड फिर से बढ़नी शुरू हो गई है। हालांकि लॉक डाउन की अवधि में निगम का राजा से जरूर घट गया है। ऊर्जा निगम के मुख्य अभियंता आरपीएस तोमर ने बताया कि बिजली की खपत में लाख डाउन की अवधि में पिछले साल की अपेक्षा कोई ज्यादा अंतर नहीं है। परंतु डाउन में निगम का राजा काफी घटा है वहीं उद्योग धंधे चलने के बाद में बिजली की मांग बढ़ने शुरू हो गई है।