IN8@ लुसाने। अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) ने खेल को विभिन्न स्तरों पर शुरू करने के लिये पांच स्तर की प्रक्रिया का खुलासा करते हुए घोषणा की कि घातक कोरोना वायरस की रोकथाम के लिये टीका तैयार होने के बाद अंतरराष्ट्रीय हॉकी खेली जाएगी। एफआईएच का मानना है कि उसके सदस्य देशों के बीच वैश्विक प्रतियोगिताएं इस प्रक्रिया के अंतिम चरण के दौरान ही संभव हो पाएंगी। इसके लिये अभी समयसीमा तय नहीं की जा सकती है। एफआईएच ने बयान में कहा, ‘‘खेल की वापसी पर बात करना अभी जल्दबाजी होगी लेकिन एफआईएच ने इसके लिये पांच चरण की प्रक्रिया तैयार की है। इसकी शुरूआत सामाजिक दूरी बनाये रखते हुए अच्छी तरह से प्रबंधित अभ्यास के साथ की जा सकती है जैसा कि हमने नीदरलैंड और बेल्जियम में देखा।’’ इसमें कहा गया है, ‘‘अगले में चरण में क्षेत्रीय प्रतियोगिताओं की बहाली होगी जिसके बाद पड़ोसी देशों में स्थानीय यात्रा शुरू की जाएगी।
इस प्रक्रिया में आगे विभिन्न महाद्वीपों में होने वाली प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा और एक बार टीका तैयार होने के बाद उम्मीद है कि सामान्य प्रतियोगिताओं की वापसी होगी। ’’ एफआईएच ने कहा, ‘‘इन चरणों के लिये कोई समयसीमा तय नहीं है और यह हर देश के लिये भिन्न होगी। ’’ विश्व हॉकी की सर्वोच्च संस्था ने कहा कि जब प्रतियोगिताएं शुरू होंगी तो खिलाड़ियों और प्रशसंकों को सुरक्षित रखने के लिये जिन सुरक्षा उपायों को लागू किया जाएगा उनके प्रति आयोजकों को बेहद सतर्क रहना होगा। इस दस्तावेज से महाद्वीपीय महासंघों, राष्ट्रीय संघों और क्लबों को अभ्यास गतिविधियां शुरू करने के प्रयासों में मदद मिलेगी। एफआईएच ने कहा, ‘‘विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी किये गये दिशानिर्देशों के अनुरूप तैयार किये दिशानिर्देशों में संपूर्ण हाकी कार्यबल – खिलाड़ी, कोच, अधिकारी, स्टाफ, प्रशासन और स्वयंसेवक सभी आते हैं।
इसके साथ जोखिमों से जुड़ा चार्ट भी है जिसका सभी हाकी संगठनों को पालन करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की वापसी के बाद अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों के आयोजकों के लिये दिशानिर्देश हैं। ’’ इस वैश्विक महामारी के कारण अन्य खेलों की तरह हॉकी की गतिविधियां भी ठप्प पड़ी हैं। इसके बाद एफआईएच को प्रो लीग का दूसरा सत्र जून 2021 तक खींचना पड़ा है। एफआईएच ने कहा, ‘‘हाकी टीम खेल है जिसमें संपर्क बनता है और इससे अधिक जोखिम जुड़ा है और इसलिए यह अधिक नियंत्रण और पाबंदियों के अंतर्गत आता है।