सुरेन्द्र भाटी@बुलन्दशहर के शिकारपुर में कृषी कानूनों के लागू होने पर गरीब किसान, खेत मजदूर, व्यापारी, व आम उपभोक्ता सबसे ज्यादा प्रभावित होगा जमाखोरी बढ़ने से गरीबों की रोटी अडानी अम्बानियों के गोदामों में बंद हो जाएगी| और देश को फिर से भुखमरी की ओर धकेल दिया जाएगा |
इसीलिए इन कानूनों को मोदी सरकार संविधान के प्रावधानों को तक पर रख कर लाई है कृषि कानून खेती पर पूंजीपतियों का कब्जा कराने का षड्यंत्र है| कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन के समर्थन में किसान सभा के बैनर तले ग्राम दरवेशपुर में आयोजित की गई किसान पंचायत को गाजीपुर बॉर्डर की संघर्ष समिति के वरिष्ठ सदस्य व किसान सभा के नेता कामरेड डीपी सिंह, ने सम्बोधित किया |
पंचायत में मामऊ, दरवेशपुर, बोहिच, महमूदपुर, नगला फतापुर, सरखुर, हातमपुर, मीरापुर, दुसरी, नगला बिसर, रिवाड़ा धामनी, हजरतपुर, आदि गांवों के सैंकड़ों किसानों मजदूरों ने भाग लिया |कामरेड डीपी सिंह ने कहा कि मोदी सरकार खेती किसानी को बर्बाद करने और उसे अडानी अंबानी को सौंपने के लिए ही कृषि कानून लेकर आयी है|
इन कानूनों के लागू होने से सरकारी मंडियां समाप्त को जाएंगी| और किसान की फसलो की बिक्री के लिए बड़ी कंपनियों का मोहताज हो जाएगा| जो मन मर्जी रेट पर किसानों की फसलों को लूटेंगे किसान के साथ ही खेत मजदूर, पशुपालक, कृषि आधारित धंधे, सब तबाह हो जाएंगे खाद्य सुरक्षा खतरे में पड़ जाएगी| किसान सभा के प्रदेश संयुक्त सचिव चन्द्र पाल सिंह, ने कहा कि कॉन्ट्रैक्ट खेती में किसान अपने ही खेत मे बंधुवा मजदूर की है|सियत में पहुंच जाएगा|
फसलों में लगने वाले बीज खाद, कीटनाशक, आदि कंपनी की मर्जी से उन्हीं के रेट में खरीदने होंगे और फसल की क्वॉलिटी और रेट भी कंपनी निर्धारित करेगी |उन्होंने मांग की सरकार कृषि कानूनों को वापस ले और एम एस पी पर कानून बनाये जब तक सरकार इन काले कानूनों को वापस नहीं लेती हैं|
तब तक आंदोलन जारी रहेगा पंचायत को किसान सभा किसान सभा के क्षेत्रीय सचिव जयभगवान शर्मा बच्चू सिंह, साबिर, वीरेन्द्र लोर ,ज्ञानेंद्र, पवनेश टीटू, मूलचन्द त्यागी इंद्रजीत यादव, भूरा शर्मा सुंदर, रमेशचन्द्र शर्मा, लक्ष्मी, विनोद पंचायत की अध्यक्षता होशियार सिंह व राम भूल यादव, ने संयुक्त रूप से की।संचालन जयभगवान शर्मा ने किया आदि ने भी सम्बोधित किया ।