गौतमबुद्ध नगर। अगामी त्योहारों को सकुशल संपन्न कराने के लिए जिले में आबकारी विभाग की टीमों ने अपने-अपने क्षेत्र में धरातल पर उतरकर कार्रवाई तेज कर दी है। शराब तस्करों पर कार्रवाई के लिए आबकारी विभाग के साथ अन्य विभाग भी एकजुट हो गए है। शराब तस्करों का त्योहार से पहले खेला बिगाड़ने के लिए आबकारी विभाग के साथ जिला प्रशासन, पुलिस और जीएसटी की संयुक्त टीम ने डेरा डाल दिया है। दिल्ली-हरियाणा से आने वाले सभी वाहनों की गहनता से चेकिंग की जा रही है। बिना चेक किए किसी भी वाहन को जनपद गौतमबुद्ध नगर की सीमा में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। वहीं सड़कों पर एकाएक इतनी बड़ी फौज को देख दिल्ली-हरियाणा से आने वाले वाहन चालकों के हौश उड गए है। शराब तस्करी के लिए गौतमबुद्ध नगर अब तस्करों के लिए खतरे से खाली नहीं है। पकड़े जाने पर जेल तो होगी ही साथ ही तस्करी में प्रयुक्त वाहन से हमेशा के लिए हाथ धोना पड़ सकता है। जिसके लिए आबकारी विभाग लगातार लोगों को अवैध शराब के खिलाफ जागरूक भी कर रहा है। आमजन अवैध शराब के सेवन से बचे, इसके लिए विभाग की सभी तैयारी पूरी हो गई है। त्योहार के सीजन में शराब तस्कर अपने मुनाफे के लिए लोगों के जीवन से खिलवाड़ करने से बिल्कुल भी नहीं कतराते है। उन्हें सिर्फ अपनी कमाई से मतलब है, भले ही उनकी अवैध शराब के सेवन से लोगों की जान चली जाए।
अवैध शराब के खिलाफ आबकारी विभाग कितना गंभीर है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि त्योहार को लेकर आबकारी विभाग की टीमें दिन रात बिना रुके और थके पिछले करीब 10 दिन से सड़कों पर चेकिंग के साथ शराब तस्करों के ठिकानों पर दबिश दे रही है। इस बीच लाइसेंसी शराब की दुकानों को भी चेक किया जा रहा है। जिससेे शराब विक्रेता भी नियमानुसार बिक्री कर सकेंं। दो दिन पूर्व लखनऊ की लाइसेंसी दुकान में पकड़ी गई अवैध शराब के मामले के बाद सभी जिलों की लाइसेंसी दुकानों पर चेकिंग बढ़ा दी गई है। साथ ही विक्रेता के साथ लाइसेंसियों को भी सख्त हिदायत दी गई है कि अगर किसी भी दुकान पर अवैध शराब का एक पव्वा भी बरामद हुआ तो लाइसेंस तो निरस्त होगा ही साथ ही जेल भी होगी। शराब तस्करों पर निगरानी के लिए आबकारी विभाग ने अपने मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय कर दिया है। ऐसा न हो कि शराब विक्रेता लालच में आकर अवैध शराब की बिक्री करने लगे। हालांकि आबकारी अधिकारी की सख्ती के चलते अभी तक गौतमबुद्ध नगर में ऐसा कोई मामला संज्ञान में नहीं आया है। आबकारी अधिकारी एक ओर शराब विक्रेताओं पर अपना हंटर चलाने से पीछे नहीं हटते है तो दुसरी तरफ बीच-बीच में उनकी समस्याओं का भी समाधान करते रहते है। क्योंकि सरकार के राजस्व बढ़ाने में शराब विक्रेता का अहम रोल होता है।
इसलिए उनका किसी तरह का शोषण न हो और कोई उन्हें बेवजह परेशान न करें इसके लिए खुद अधिकारी शराब विक्रेताओं के साथ बैठक कर दिशा-निर्देश देते रहते है। जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने बताया जिले में अवैध शराब के निर्माण, बिक्री और परिवहन के खिलाफ विशेष प्रवर्तन अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत आबकारी विभाग के साथ जिला प्रशासन और पुलिस की टीम के साथ जीएसटी की टीमें भी कार्रवाई में अपना सहयोग दे रही है। शुक्रवार तड़के आबकारी निरीक्षक आशीष पाण्डेय और जीएसटी की संयुक्त टीम द्वारा अभियान चलाकर अन्य प्रान्त से आने वाली अवैध शराब के परिवहन की रोकथाम के लिए सिरसा टोल प्लाजा के पास रोड चेकिंग की गई। टोल पर आने वाले सभी वाहनों की गहनता से तलाशी ली गई और वाहन चालकों को अन्य राज्य की शराब मिलने पर कार्रवाई के लिए चेतावनी दी गई। अवैध शराब के विरुद्ध अभियान लगातार जारी है। शराब तस्करों से निपटने के लिए विभाग की तरफ से तैयारी पहले ही पूरी कर ली गई थी। बाहरी राज्यों से होने वाली शराब तस्करी और क्षेत्र में चोरी-छिपे शराब तस्करी करने वाले तस्करों के खिलाफ आबकारी विभाग की टीमें लगातार चेकिंग एवं दबिश दे रही है। इसके साथ ही टीम द्वारा लगातार शराब की दुकानों पर निरीक्षण किया जा रहा है। विक्रेताओं को नियमानुसार शराब बिक्री करने के निर्देश दिए जा रहे है।