ग्रीष्मकालीन शिविर में बच्चों ने दिखाया हुनर

गाजियाबाद। गौतम पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल पी ब्लॉक प्रताप विहार के परिसर में चल रहे ग्रीष्मकालीन शिविर का मंगलवार को समापन हो गया। स्कूल की प्रधानाचार्या पूनम गौतम के निर्देशन में आयोजित इस शिविर में कक्षा नर्सरी से बारहवीं तक के विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।

शिविर में बच्चों ने योग, नृत्य, संगीत, इंडोर गेम्स, आउटडोर गेम्स, प्रेरणात्मक फिल्म, आर्ट एंड क्राफ्ट, कंप्यूटर आदि विभिन्न कलात्मक गतिविधियों के विषय में ज्ञान तथा प्रशिक्षण प्राप्त किया। प्रधानाचार्य ने शिविर के सफल संचालन के लिए सभी शिक्षकों, बच्चों तथा अभिभावकों का धन्यवाद करते हुए उनके भावी भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा ग्रीष्म शिविर एक पर्यवेक्षित कार्यक्रम है जो आम तौर पर युवा, किशोरों और बच्चों के लिए व्यवस्थित किया जाता है।

जिसका एकमात्र उद्देश्य होता हैं की छात्र अतिरिक्त पाठ्यचर्या गतिविधियों में भाग लें और खुद को हर क्षेत्र में श्रेष्ठ बना पाए। ग्रीष्मकालीन शिविर का आयोजन से बच्चों में नवचेतना की जागृति होती है। साथ ही शिविर में होने वाले विभिन्न क्रियाकलापों से बच्चे नए-नए विषयवस्तु से परिचित होते हैं और उनके ज्ञान में वृद्धि होती है और शिविर ज्ञानवर्धक और मनोरंजक बन जाता है। उपप्रधानाचार्य तनूजा ने कहा बच्चों के लिए ग्रीष्म शिविर अत्यधिक महत्व रखता हैं।

ग्रीष्मकालीन शिविर युवा बच्चों को आजादी की भावना प्रदान करता हैं क्योकि वे वहां अपने माता-पिता के बिना कई दिन बिताते हैं। इस दौरान बच्चे खुद का और उनके सामान का ख्याल रखना सीखते हैं और शिविर में अन्य बच्चों के साथ सामाजिक बनते हैं। ग्रीष्मकालीन शिविर जिसका मकसद यह रहता है कि विद्यार्थी गर्मियों की छुट्टियों का सदुपयोग कर सकें। इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजन से जहां छात्र छात्राओं में छिपी प्रतिभाओं को विकास होता है

वहीं छात्र छात्राओं के बीच सामंजस्य भी स्थापित होता है। ग्रीष्मकालीन प्रतिभा विकास शिविर का उद्देश्य बच्चों को ऐसे कार्यों से जोड़ना है, जिनसे उनमें रचनात्मकता का सृजन हो। साथ ही बच्चों को विभिन्न कलाओं की बारीकियों से परिचित कराना और कुछ नया सीखने के लिए प्रेरित करना है। कहा कि विद्यालय प्रबंधन की ओर से शिविरों का आयोजन भविष्य में भी होता रहेगा। डायरेक्टर आशीष गौतम ने विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

पढ़ाई के साथ ही खेलकूद की गतिविधियों में हिस्सा लेना जरूरी है। इससे शारीरिक और मानसिक विकास होता है। एकेडमिक हेड चेतन शर्मा ने कहा शिविर का उद्देश्य शैक्षिक उत्कृष्टता के साथ हर बच्चे के समग्र विकास को सुनिश्चित करना है। छात्रों के साथ-साथ माता-पिता को भी अपने बच्चों को ऐसे शिविरों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। ग्रीष्मकालीन शिविर को बेहतर बनाने में अध्यापकगण का बहुत बङा सहयोग रहा।