लखनऊ। अवैध रूप से शराब का कारोबार करने वाले शराब माफिया पर शिकंजा कसते हुए आबकारी विभाग लगातार छापेमारी की कार्रवाई कर रहा है। विभाग की लगातार चल रही कार्रवाई से माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है। अवैध शराब बनाने, उसकी बिक्री व तस्करी रोकने के लिए आबकारी विभाग ने विशेष अभियान चला रखा है। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर आबकारी विभाग की टीमें शराब तस्करों से निपटने के लिए फुल फॉर्म में आ गई है। हालांकि आबकारी विभाग शराब माफिया के कई सिंडिकेट को ध्वस्त कर चुका है। अगर बात की जाए जिले में शराब तस्करी की तो अवैध शराब के कारोबार को रोक पाने काफी हद तक आबकारी विभाग ने सफलता हासिल की है। लखनऊ का चार्ज संभालने के बाद जिला आबकारी अधिकारी ने सबसे पहले शराब माफिया और तस्करों से निपटने के लिए अपनी रणनीति तैयार की। रणनीति तैयार कर सबसे पहले उनकी कुंडली खंगाल कर अपनी कार्रवाई को अंजाम दिया। देहात क्षेत्र में भले ही तस्कर चोरी छिपे अवैध रुप से महुआ से निर्मित अवैध शराब का निर्माण कर रहे हो, मगर उन्हें भी अभी तक सफलता नहीं मिली है। इधर शराब तैयार होती है उधर आबकारी विभाग की टीम मौके पर पहुंच कर नष्ट कर देती है। पिछले करीब तीन माह से शराब तस्करों और आबकारी विभाग की टीम के बीच यह खेल चल रहा है।
आबकारी विभाग की कार्रवाई को देखकर ग्रामीण क्षेत्र में कुछ तस्करों ने तो अपना धंधा ही बंद कर दिया है। क्योंकि उन्हें भी पता चल गया है कि आबकारी विभाग की टीम अब उनके मंसूबों में कभी कामयाब नहीं होने देगी। नुकसान से अच्छा है कि कोई और धंधा कर लिया जाए। शहर क्षेत्र में होने वाले अवैध शराब की बिक्री और ओवर रेटिंग को रोकने के लिए आबकारी अधिकारी ने पूर्व में ही बैठक कर आबकारी निरीक्षकों और विक्रेताओं को स्पष्ट रुप से अगाह कर दिया था कि अगर किसी भी क्षेत्र में अवैध रुप से शराब की तस्करी और ओवर रेटिंग की सूचना मिली तो संबंधित के खिलाफ भी कार्रवाई तय है और विक्रेताओं को भी चेतावनी दी गई अगर शराब पर ओवर रेटिंग की शिकायत मिली तो जेल तो जाना ही है, साथ ही पूरे उत्तर प्रदेश में भविष्य में किसी भी शराब की दुकान पर पुन: विक्रेता का काम नहीं कर पाओंगे। इसलिए अपने लालच को त्याग कर नियमानुसार शराब की बिक्री करें। तस्करों से निपटने के लिए चुनावी मैदान में उतरी आबकारी निरीक्षकों को रोज-रोज कार्रवाई के नए-नए टिप्स भी दिए जा रहे है। जनपद को अवैध शराब के कारोबार से मुक्त करने के लिए जिला आबकारी अधिकारी की टीम प्रतिदिन हाईवे, राजमार्ग, राष्ट्रीय मार्ग पर वाहनों की चेकिंग के साथ-साथ बंद पड़ी फैक्ट्री, कबाड़ के गोदाम, शराब की दुकानों के आसपास मौजूद दुकानों पर भी निगरानी की जा रही है। दुकानों पर मौजूद स्टॉक का भी प्रतिदिन ब्यौरा लिया जा रहा है। दुकानों से होने वाली बिक्री में विक्रेताओं से एक-एक बोतल का हिसाब लिया जा रहा है और गड़बड़ी मिलने पर कार्रवाई भी की जा रही है।
जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया लोकसभा चुनाव में होने वाली अवैध शराब की बिक्री रोकने के लिए आबकारी विभाग की टीमें लगातार छापेमारी एवं चेकिंग की कार्रवाई कर रही है। आबकारी निरीक्षक इंस्पेक्टर भूपेन्द्र सिंह, विजय शुक्ला, विवेक सिंह, रजनीश प्रताप सिंह, कृष्ण कुमार सिंह, कृति प्रकाश पाण्डेय, अभिषेक सिंह, विजय राठी, सुभाष चन्द्र, अरविंद बघेल, कौशलेन्द्र रावत, लक्ष्मी शंकर वाजपेयी, रिचा सिंह और सुनीता ओझा की संयुक्त टीम द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में अवैध शराब के निर्माण, परिवहन एवं बिक्री की रोकथाम के लिए पूरी तरह से सक्रिय है। अवैध मदिरा के निर्माण, बिक्री और तस्करी पर पूर्णत: अंकुश लगाने के लिए चलाए जा रहे विशेष प्रवर्तन अभियान के तहत शनिवार रात और रविवार को हजरतगंज, कैसरबाग, इंदिरा नगर, ट्रांसपोर्ट नगर, कृष्णा नगर, मलिहाबाद, मोहनलालगंज समेत जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में संचालित शराब की दुकानों का निरीक्षण किया गया। साथ ही दुकानों पर गोपनीय टेस्ट परचेजिंग भी कराई जा रही है। साथ ही विक्रेताओं को भी चेतावनी दी गई नियमानुसार शराब की बिक्री करें और शराब पर ओवर रेटिंग बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं होगी। साथ ही सुल्तानपुर रोड़, रायबरेली रोड़, यमुना आगरा एक्सप्रेस वे, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर भी वाहनों को चेक किया गया। वाहनों को चेक कर अवैध शराब के खिलाफ लोगों को जागरुक किया गया। इसके अलावा आबकारी विभाग की टीम द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में भी दबिश दी गई। ग्रामीणों को अवैध शराब के खिलाफ जागरुक किया गया।