37 साल की उम्र में टीम इंडिया में वापसी करने वाले दिनेश कार्तिक का बल्ला साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में जमकर बोला। कार्तिक 2019 के बाद पहली बार भारतीय टीम का हिस्सा बने थे। IPL 2022 की तरह इस सीरीज में भी उन्होंने फिनिशर (वो खिलाड़ी जो नंबर 5,6,7 पर बल्लेबाजी कर मैच को खत्म करे) की भूमिका निभाई। चौथे टी-20 में जब टॉप ऑर्डर पूरी तरह से फ्लॉप रहा तो उनके ही अर्धशतक के कारण टीम एक अच्छा स्कोर बना पाई।
टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा 4 साल पहले ही समझ गए थे कि कार्तिक के अंदर गेम को अपने बल्ले के दम से खत्म करने की क्षमता है। ऐसे में वो कार्तिक को मैच फिनिश करने के लिए भेजना चाहते थे, लेकिन इसको लेकर कार्तिक बहुत गुस्सा हो गए थे।
बांग्लादेश, श्रीलंका और भारत के बीच 2018 में निदहास ट्रॉफी खेली गई थी। इसी मैच को लेकर एक इंटरव्यू में रोहित शर्मा ने कहा था कि फाइनल मुकाबले में दिनेश ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी के लिए नहीं भेजे जाने से नाखुश थे।
उन्हें छठवें नंबर पर खेलने के लिए जाना था, लेकिन उनकी जगह मैंने विजय शंकर को भेज दिया। इसके बाद जब आउट होकर मैं उनके पास गया तो वो मुझसे काफी नाराज थे। वो कहने लगे कि मैंने उनके साथ गलत किया है। उन्हें विजय शंकर से पहले बल्लेबाजी करने जाना चाहिए था।
उनके गुस्से को देखकर मैंने उनको समझाना चाहा। मैंने उनसे कहा कि मैं चाहता हूं कि आप हमारे लिए मैच खत्म करो, क्योंकि आपकी जरूरत मैच के आखिरी ओवरों में पड़ेगी। आखिरी ओवर्स में मुस्तफिजूर रहमान बॉलिंग करने आएंगे। उन्हें खेलने के लिए आपके जैसे अनुभवी बल्लेबाज का होना जरूरी है। इसलिए आप सातवें नंबर पर जाना।
कार्तिक इससे और गुस्से में आ गए। उन्हें आगबबूला होता देख मैं वहां से निकल गया और अंदर ड्रेंसिंग रूम में चला गया। मैं चाहता था कि वो शांत रहे। कुछ देर बाद उन्होंने छक्का लगाकर टीम इंडिया को जीत दिलाई और जब वह वापस लौटे तो मुझे आकर थैंक्यू बोला।