नई दिल्ली: तबलीगी जमात से जुडे विदेशी नागरिकों पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कार्रवाई करते हुए उनके भारत में प्रवेश पर 10 साल की पाबंदी लगा दी है। जानकारी के मुताबिक वीजा उलंघन के मामले में गृह मंत्रालय ने 2000 से अधिक ऐसे नागरिकों पर कार्रवाई की है जो अब फिलहाल 10 सालों तक भारत में प्रवेश नहीं कर सकेंगे।
दरअसल, ये मामला दिल्ली निजामुद्दिन में एक धार्मिक जलसे से जुड़ा हुआ है। मार्च के महीने में कोरोना संकट के दौरान दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में एक मजहबी कार्यक्रम में कई देशों के नागरिकों ने शिरकत की थी। इस जलसे में शामिल जब कुछ लोगों को कोरोना हुआ और कुछ की जान चली गई तो तबलीगी जमात के कार्यक्रम की जानकारी हुई।
इसी के साथ जमात में शामिल होने के लिए विदेश से आने वाले नागरिकों की चालबाजी भी पकड़ी गई है। कार्रवाई करते हुए गृह मंत्रालय ने अप्रैल के महीने में 960 विदेशी नागरिकों को ब्लैक लिस्ट कर दिया था। और उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी थी। उसी कड़ी में अब 10 साल की पाबंदी लगा दी गई है।
कार्रवाई का आधार ये कहा जा रहा है कि तबलीगी जमात में शामिल सभी विदेशी नागरिक टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे। लेकिन वो यहां धार्मिक क्रियाकलाप में पाए गए। जो वीजा नियमों का उल्लंघन है। जानकारी के मुताबिक, काली सूची में डाले गए विदेशी नागरिक ज्यादातर एशियाई देशों से थे लेकिन कुछ आस्ट्रेलिया और इंगलैंड के नागरिक भी थे।