नई दिल्ली,। हैदराबाद में आयोजित तीसरी जी20 स्वास्थ्य कार्य समूह की बैठक के आखिरी दिन चिकित्सीय उपायों में अनुसंधान एवं विकास पर वैश्विक सहयोग नेटवर्क को मजबूत करने पर जोर दिया गया।
मंगलवार को समापन समारोह में फार्मास्यूटिकल्स विभाग की सचिव एस अपर्णा ने कहा कि ग्लोबल आरएंडडी नेटवर्क जैसी पहल के माध्यम से हम सामूहिक रूप से एक ऐसे भविष्य का निर्माण कर सकते हैं,
जहां जीवन रक्षक चिकित्सा उपायों तक पहुंच एक सार्वभौमिक वास्तविकता बन जाए और कोई भी पीछे न छूटे। इस मौके पर आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा और स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग के सचिव और आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ राजीव बहल भी मौजूद थे।
एस अपर्णा ने कहा कि बैठक में हुई चर्चाओं ने साझेदारी के मार्ग को परिभाषित करने में मदद की है और हमें वैश्विक आर एंड डी नेटवर्क की कल्पना करने के लिए एक रूपरेखा प्रदान की है।
कोरोना महामारी के प्रभाव को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि वैश्विक अनुसंधान एवं विकास नेटवर्क के माध्यम से राष्ट्रों, संस्थानों और हितधारकों के बीच सहयोग का निर्माण किया जाए, जो नवाचार को बढ़ावा देता है और अनुसंधान को गति देता है।