गौतमबुद्ध नगर। त्यौहार पर अवैध रूप से निर्मित शराबों की खरीद फरोख्त पर पैनी निगाह रखने के लिए आबकारी विभाग के अफसर व कर्मचारी शराब की दुकानों पर जांच पड़ताल करने की कार्रवाई कर रहे हैं, ताकि किसी तरह की कोई शिकायत न मिले व अवैध शराब की बिक्री पर लगाम लगायी जा सके। दीवाली के नजदीक आते शराब की खपत बढ़ जाती है। यह हाल किसी एक जनपद का नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश का है। इस दौरान शराब माफियाओं के भी हौसले बुलंद हो जाते हैं। वह शराब के नाम पर मेथाइल एल्कोहल परोसे लगते हैं। जो इतना जहरीला होता है कि उसके पीने से किसी की मौत भी हो सकती है।दीवाली के नजदीक आते ही राजधानी में दिन ब दिन शराब के शौकीनों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है। यही कारण है कि सबसे ज्यादा खपत गौतमबुद्ध नगर में हो रही है। देशी, विदेशी ब्रांड की महंगी शराब के साथ ही यहां देशी पउवा पीने वाले भी बढ़े हैं। दीवाली को देखते हुए ब्रांडेंड शराब के नाम पर मिलावटी शराब बेचने और बनाने वालों की आबकारी विभाग ने धड़पकड़ शुरू कर दी है। इसके लिए आबकारी विभाग प्रवर्तन अभियान चलाकर रोजाना कार्रवाई कर रहा है।
जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने बताया आबकारी आयुक्त के आदेशानुसार जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर व पुलिस आयुक्त गौतमबुद्धनगर के निर्देशन में शनिवार रात एवं रविवार को आबकारी निरीक्षक डॉ. शिखा ठाकुर, आशीष पाण्डेय, रवि जायसवाल, अभिनव शाही, चन्द्रशेखर सिंह, नामवर सिंह की टीमों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में शराब तस्करों के संबंधित ठिकानों पर दबिश एवं छापेमारी की गई। साथ ही लाइसेंसी शराब की दुकानों पर भी निरीक्षण किया और दुकानों पर गुप्त टेस्ट परचेजिंग कराई गई। जिसमें किसी भी प्रकार की अनियमितता नहीं पाई गई। शनिवार रात को प्रवर्तन अभियान के तहत सेक्टर 150 स्थित फार्म हाउस एवं यमुना खादर, हरियाणा बॉर्डर पर दबिश दी गई। साथ ही थाना फेज-2 स्थित सेक्टर 93, गेझा कार मार्केट एवं सेक्टर 110 की देशी शराब, विदेशी मदिरा, बियर दुकानों एवं कैनटीन की गहनता से चेकिंग की गई। सभी विक्रेताओं को सख्त निर्देश दिए कि नियमानुसार ही शराब की बिक्री करें और समयानुसार दुकानों को खोले व बंद करें। साथ ही पोश मशीन से स्कैन करने के बाद ही शराब बिक्री करने के निर्देश दिए गए। पेटीएम, गूगल पे, यूपीआई के माध्यम से पेमेंट लेने के निर्देश दिए। इस तरह पेमेंट होने से काफी हद तक ओवर रेटिंग की शिकायत पर रोक लग सकेगी।
इसके अलावा मुख्य मार्गों एवं संवेदनशील क्षेत्रों में छापेमारी की कार्यवाही चल रही है। जिसमें आबकारी विभाग को सफलता भी मिल रही है। जिले में अवैध तरीके से शराब का निर्माण होने के अलावा बाहरी राज्यों से शराब की तस्करी करना आम बात है। खासकर दिल्ली, हरियाणा एवं पंजाब, हिमाचल प्रदेश की शराब की गौतमबुद्ध नगर के अलावा बाहरी राज्यों में भी खासी डिमांड रहती है। यहीं कारण है कि आबकारी विभाग को त्योहारी सीजन और चुनाव के अलावा अन्य दिनों में भी चौकन्ना रहना पड़ता है।
आबकारी अधिकारी को शक है कि शराब माफिया ने दो नबंर का एल्कोहल खरीदने एवं बेचने के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों के ढाबों का उपयोग कर सकते हैं। विभागीय अधिकारियों ने तय किया है कि वह राष्ट्रीय राजमार्गों के ढाबों पर कड़ी निगरानी रखेंगे, ताकि अवैध तरीके से एल्कोहल की होने वाली खरीद फरोख्त पर रोक लगाई जा सके। दरअसल त्योहार के चलते शराब तस्कर भी अवैध शराब का कारोबार करने के लिए बाहरी राज्यों से सस्ती शराब लाकर एकत्रित करना शुरु कर देते है। जिसे वह त्योहारों पर खपाने का काम करते है। भले ही दिवाली को कुछ दिन शेष बचा हो। लेकिन आबकारी विभाग ने शराब तस्करों पर कार्रवाई के लिए अभी से ही रणनीति तैयार कर ली है। जिसके तहत आबकारी विभाग की टीम लगातार छापेमारी एवं दबिश की कार्रवाई कर रही है।
जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि इसमें दो राय नहीं है कि होली, दीवाली जैसे त्योहारों में शराब की खपत और मांग दोनों ही बढ़ जाती है। साथ ही जहरीली शराब का भी कारोबार बढ़ जाता है। हमनें कई बड़े शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है। उन पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा है। आबकारी विभाग अवैध और जहरीली शराब की बिक्री रोकने के लिए पूरी तरह से तैयार है। तस्करों पर कार्रवाई के साथ-साथ लोगों को अवैध शराब के खिलाफ जागरुक भी किया जा रहा है।