त्योहार में बेचने के लिए देहात क्षेत्र में हो रहा था महुआ अवैध शराब का निर्माण, आबकारी विभाग की टीम ने नष्ट की भट्टी

लखनऊ। दशहरा व दिवाली का पर्व नजदीक है, मगर उससे पहले शराब के अवैध कारोबार का रंग चढऩे लगा है। जैसे-जैसे दशहरा और दिवाली का पर्व नजदीक आ रहा है, अवैध शराब की डिमांड को पूरी करने के लिए शराब माफिया अभी से सक्रिय हो गए है। त्योहार के बीच जिलेभर में अवैध देशी शराब की डिमांड बढ़ने लगी है। इसके चलते देहात क्षेत्र के आसपास के गांवों में बड़ी संख्या में अवैध देशी शराब बनाने की भट्टियां धधकने लगी हैं। इसको बनाने वालों ने आपूर्ति के लिए पूरा नेटवर्क तैयार कर लिया है। इस काम से महिलाओं से लेकर बच्चों तक को जोड़ा गया है। ताकि कोई शक न करे। वहीं मजदूर और देहात के लोगों के लिए महंगी अंग्रेजी शराब पीनी मुमकिन नहीं है। इसके चलते अवैध देशी शराब से यह लोग अपना शौक पूरा करते हैं। भले ही इसके सेवन से उनकी जान क्यों न चली जाए, इस बात की चिंता नहीं है। अवैध महुआ की कच्ची शराब स्वास्थ्य के लिए कितनी खतरनाक है, इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। अवैध शराब जितनी सस्ती है और उतनी खतरनाक भी है। लोगों को जागरूक करने के लिए आबकारी विभाग लगातार अभियान चलाकर लोगों को जागरूक कर रहा है।

आबकारी विभाग के अभियान से कुछ लोगों में जागरूकता तो आई है मगर कुछ लोग आज भी अपनी हरकतों से बाज नही आ रहे है। अवैध शराब के धंधे से जुड़े तस्कर अपने धंधे को चमकाने के लिए महिलाओं एवं बच्चों का इस्तेमाल करते है। जिससे कोई उन पर शक न करें और चोरी छिपे आम के बाग, घर, खेत और नदी किनारे झाडिय़ों के बीच में हाथ से ही शराब की भट्टी तैयार कर लेते है और अगर घर में अवैध शराब का निर्माण करना होता है तो छोटे सिलेंडर का उपयोग करते है। शराब को छिपाने के लिए घर के पास ही गड्ढा खोदकर उसमें दबा देते है। कई बार आबकारी विभाग की टीम ने धंधा बंद कराने के प्रयास किए। अभियान चलाकर शपथ भी दिलाई गई। पर, अवैध शराब के धंधेबाजों पर इसका कोई असर नहीं दिखा। जिसके लिए आबकारी विभाग की टीम ने अब जागरुकता के बीच अवैध शराब के कारोबार में लिप्त तस्करों को सलाखों के पीछे भेजने के लिए अभियान तेज कर दिया है। तस्करों को जेल और लोगों को अवैध शराब का सेवन न करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। जिससे लोग भी सस्ती के चक्कर में अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ न करें।

शराब तस्करों की धरपकड़ के लिए आबकारी अधिकारी ने सभी इंस्पेक्टरों को सख्त निर्देश दिए है कि देहात क्षेत्र में होने वाले महुआ अवैध शराब के निर्माण को पूरी तरह से बंद कराया जाए। अवैध शराब के कारोबार में लिप्त तस्करों को सलाखों के पीछे भेजा जाए और लोगों को भी अवैध शराब के खिलाफ जागरूक किया जाए। जागरुकता अभियान को बढ़ाने के लिए देहात क्षेत्र के प्रधान और सभासदों का सहारा लिया जाए। जिससे शराब तस्करों के नेटवर्क को पूरी तरह से खत्म किया जा सकें। इसी क्रम में आबकारी विभाग की टीम ने देहात क्षेत्र में दबिश देकर कच्ची शराब और लहन बरामद किया है। मगर इस दौरान टीम के पहुंचने से पहले ही तस्कर अपना स्थान छोड़कर फरार हो चुके थे। कार्रवाई के डर से शराब माफिया भी अपना ठिकाना बदल रहे है। अवैध शराब के कारोबार पर आबकारी विभाग ने अपना डंडा चलाते हुए सुलग रही कच्ची शराब की भट्ठी को ध्वस्त कर दिया।

जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया उत्तर प्रदेश शासन एवं आबकारी आयुक्त, उत्तर प्रदेश के आदेश के क्रम में पुलिस आयुक्त एवं जिलाधिकारी के निर्देशन में आगामी त्योहारों के दृष्टिगत अवैध मदिरा के निर्माण, बिक्री और तस्करी पर प्रभावी रोकथाम के लिए जिले में विशेष प्रवर्तन अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत आबकारी विभाग की सभी टीमें अपने-अपने क्षेत्र में दबिश एवं चेंकिग कर रही है। मंगलवार सुबह मुखबिर की सूचना पर आबकारी निरीक्षक लक्ष्मी शंकर बाजपेई की टीम द्वारा थाना नगराम अंतर्गत ग्राम भज्जा खेड़ा और कनेरी ग्राम में संदिग्ध घरों, खेतों, बगीचों, तालाबों के किनारे संदिग्ध स्थानों पर स्थानीय पुलिस के साथ दबिश और छापेमारी की गई। दबिश के दौरान टीम को विभिन्न स्थानों से खेत, आम के बाग व तालाब किनारे झाडिय़ों के बीच गड्ढे में छिपाकर रखी गई 35 लीटर महुआ अवैध कच्ची शराब और 530 किलोग्राम लहन बरामद किया गया।

आबकारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं में 2 अभियोग पंजीकृत किए गए। कच्ची शराब को जब्त करते हुए बरामद लहन को मौके पर नष्ट कर दिया गया। देहात क्षेत्र में होने महुआ अवैध शराब के निर्माण को खत्म करने के लिए टीम द्वारा जागरुकता अभियान भी चलाया गया। साथ ही ग्राम प्रधानों से भी कार्रवाई के लिए सहयोग की अपील की गई। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया मिलावटी व कच्ची शराब को लेकर लगातार कार्रवाई की जा रही है। जहां भी अवैध शराब की सूचना प्राप्त होती है तो तत्काल कार्रवाई की जाती है। देहात क्षेत्र में मुखबिर तंत्र पूरी तरह से सक्रिय है और स्थानीय लोगों का भी आबकारी विभाग को सहयोग मिल रहा है।

सुल्तानपुर-लखनऊ हाईवे एवं किसान पथ पर चला चेकिंग अभियान
त्योहारों के बीच बाहरी राज्यों से होने वाली अवैध रुप से शराब तस्करी को रोकने के लिए आबकारी विभाग की टीमें 24 घंटे सड़कों पर पहरा दे रही है। सोमवार व मंगलवार रात को आबकारी निरीक्षक विवेक सिंह और अरविंद पाल बघेल की संयुक्त टीम द्वारा सुल्तानपुर-लखनऊ हाईवे एवं किसान पथ चेकिंग अभियान चलाते हुए संदिग्ध भारी वाहनों की चेकिंग की गई। साथ ही हाइवे पर खुले ढाबों की भी तलाशी ली गई। ढाबा संचालकों को बिना लाइसेंस के शराब पिलाने और बाहरी राज्यों की शराब मिलने पर कार्रवाई के लिए चेताया गया और अवैध शराब से संबंधित सूचना देने की भी अपील की गई। हाइवे पर खुले ढाबों में रात में ज्यादातर भारी वाहन खाना खाने के लिए रुकते है और कहीं न कहीं उन्हें भी अवैध शराब से संबंधित जानकारी होती है।

एक तरफ आबकारी विभाग सहयोग की अपील कर रहा है तो दूसरी तरफ नियमानुसार ढाबा संचालन करने की हिदायत भी दे रहा है। इसके अलावा आबकारी निरीक्षक रिचा सिंह की टीम द्वारा लाइसेंसी शराब की दुकानों और बार का भी औचक निरीक्षण किया गया। विक्रेताओं को शराब पर अंकित मूल्यों से अधिक रुपये लेने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई। साथ ही दुकान में साफ-सफाई रखने के भी सख्त निर्देश दिए गए। विक्रेताओं को ग्राहकों से अधिक से अधिक ऑनलाइन पेमेंट लेने के लिए निर्देश दिए गए। साथ ही दुकानों को नियमानुसार बंद करने और खोलने के भी निर्देश दिए गए।