गौतमबुद्ध नगर। हरियाणा और दिल्ली से शराब की तस्करी रोकने को उत्तर प्रदेश गौतमबुद्ध नगर-हरियाणा व दिल्ली सीमा पर शुक्रवार को आबकारी विभाग द्वारा चेकिंग अभियान चलाया गया। जिले में अवैध शराब के कारोबार को खत्म करने के लिए आबकारी विभाग की टीम ने दिन के साथ अब रात में भी अपना डेरा डाला हुआ है। जिससे बाहरी राज्यों से होने वाली शराब तस्करी को रोका जा सकें। शराब तस्करों के खिलाफ दिल्ली और हरियाणा से आने वाले सभी रास्तों पर सख्त पहरा बढ़ा दिया है। साथ ही शराब तस्करों के ठिकानों पर भी दबिश देकर कार्रवाई की जा रही है और तस्करों में खौफ पैदा किया जा रहा है। आबकारी विभाग की कार्रवाई को देख लगता है तस्करों का भी कहीं न कहीं बाहरी राज्यों की शराब तस्करी से मोह भंग हो गया है। क्योंकि बाहरी राज्यों की शराब के साथ पकड़े जाने पर जेल तो होगी ही साथ ही तस्करी में प्रयुक्त वाहन भी सीज होगा, जो सिर्फ कबाड़ में ही जाएगा। पिछले कई माह से जिले में बाहरी राज्यों की शराब तस्करी का धंधा अब मंदा हो गया है। क्योंकि गौतमबुद्ध नगर दिल्ली और हरियाणा की सीमा से बिल्कुल सटा हुआ है।
दिल्ली और हरियाणा की शराब व उत्तर प्रदेश की शराब के रेट में भी ज्यादा अंतर नहीं रह गया है। अब अगर किसी शौकीन को दिल्ली और हरियाणा की शराब चाहिए तो उतने ही दाम में वह यूपी की शराब खरीद कर आसानी से पी सकता है। तस्करों को भी जिले में दिल्ली और हरियाणा की शराब को बेचकर अधिक कमाई नहीं हो रही है। मगर इन सबके बीच में छोटे शराब तस्कर अपने धंधे को चमकाने में लगे रहते है। क्योंकि क्षेत्र में लाइसेंसी शराब की दुकान बंद होने के बाद दिल्ली की शराब हो या हरियाणा या फिर यूपी की क्यू न हो उसे आसानी से महंगे दामों में बेचा जा सकता है। इसलिए आबकारी विभाग की कार्रवाई में अभी तक पकड़े जा रहे तस्कर भले ही दिन में यूपी, हरियाणा व दिल्ली की शराब लाकर रख लेते हो, मगर उसे बेचने का काम रात में ही होता है। जिसके लिए आबकारी विभाग ने दिल्ली, हरियाणा बॉर्डर पर अपना पहरा बढ़ा दिया है। साथ ही रात्रि अभियान चलाकर चोरी-छिपे शराब तस्करी करने वाले तस्करों को उनके बिल से निकाल कर जेल भेजा जा रहा है। रात्रि अभियान की शुरुआत से अब तस्करों में भी आबकारी विभाग का डर बैठ गया है। क्योंकि आबकारी विभाग ने अपनी कार्रवाई में थोड़ा बदलाव किया है। जिसमें अवैध रुप से शराब तस्करी के मामले में जेल जाने पर इतनी आसानी से बेल नहीं मिलने वाली है। जेल जाने पर कम से कम 6 माह या फिर एक साल तक सलाखों के पीछे रहना पड़ेगा।
आबकारी विभाग द्वारा चलाए जा रहे चेकिंग अभियान का उद्देश्य सिर्फ जिले में होने वाली शराब तस्करी को रोकना ही नहीं है। बल्कि गौतमबुद्ध नगर के रास्ते बिहार में होने वाली शराब तस्करी को भी रोकना है। इसलिए अब बिहार में शराब तस्करी करने के लिए शराब माफिया ने अपना रास्ता भी बदल दिया है। आबकारी विभाग की टीम दिल्ली और हरियाणा से आने वाले सभी रास्तों पर वाहनों की चेकिंग कर रही है। बिना चेक किए किसी भी वाहन को आगे नहीं बढऩे दिया जा रहा है। जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने बताया जनपद में अवैध शराब की बिक्री और परिवहन के खिलाफ आबकारी विभाग द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत आबकारी विभाग की सभी टीमें अपने-अपने क्षेत्र में चेकिंग और दबिश दे रही है। शुक्रवार को नामवर सिंह, आशीष पाण्डेय, चन्द्र शेखर सिंह, अभिनव शाही, रवि जायसवाल, डॉ. शिखा ठाकुर और गौरव चन्द की टीम द्वारा विभिन्न स्थानों पर चेकिंग अभियान चलाया गया और दबिश दी गई। साथ ही ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे सिरसा कट टोल प्लाजा, लोहारी चेक पोस्ट पर चेकिंग अभियान चलाते हुए वाहनों को चेक किया जा रहा है। ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे सिरसा कट टोल प्लाजा, लोहारी चेक पोस्ट पर तीन शिफ्टों में 24 घंटे आबकारी विभाग की टीमें वाहनों की चेकिंग कर रही है।
जिले में होने वाली बाहरी राज्यों की शराब तस्करी को रोकने के साथ बिहार में होने वाली शराब तस्करी को रोकने के लिए आबकारी विभाग की टीमें लगातार अपनी कार्रवाई को अंजाम दे रही है। साथ ही टीम द्वारा रात्रि अभियान चलाकर भी शराब तस्करी करने वाले तस्करों पर शिकंजा कसा जा रहा है। इन सबके बीच में टीम द्वारा 10 बजे के बाद दुकानों का भी निरीक्षण किया जा रहा है। जिससे आबकारी अधिनियम का उल्लंघन करने वाले विक्रेताओं को सलाखों के पीछे भेजा जा सकें। पूर्व में कई बार शिकायत मिली थी कि दुकान बंद होने के बाद विक्रेता शटर के नीचे से शराब को बेचते है। जिस पर जांच करते हुए कई विक्रेताओं को भी जेल भेजा गया था। चेकिंग अभियान में अभी तक किसी प्रकार की अवैध शराब और दुकानों पर अनियमितता नहीं पाई गई है। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया सभी टीमों को सख्त निर्देश दिए गए है कि दिन के साथ रात में भी अपने-अपने क्षेत्र में अभियान चलाकर कार्रवाई करें। सार्वजनिक स्थान पर शराब का सेवन करने और बिना लाइसेंस के शराब पिलाने वालों पर भी कार्रवाई की जाए।
दुकानों का लगातार निरीक्षण करने के साथ गुप्त टेस्ट परचेजिंग कराई जाए, जिससे शराब विक्रेताओं में डर बना रहे। ध्यान रहें अगर किसी के भी क्षेत्र में शराब तस्करी के मामले में कार्रवाई के दौरान लापरवाही सामने आई तो संबंधित के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। सभी आबकारी निरीक्षक गंभीरता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करें। इसके अलावा जनपद के होटल, रेस्टोरेंट, बैंक्वेट हॉल, इवेंट बार, होटल बार, रेस्टोरेंट बार के साथ ही हाईवे, चेक पोस्ट एवं ढाबों पर लगातार चेकिंग करने के निर्देश दिए गये है। वहीं फुटकर दुकानों का निरीक्षण भी किया गया। आबकारी टीम द्वारा दुकानों पर स्टॉक का मिलान कर सभी विक्रेताओं को नियमानुसार दुकानों को संचालित करने के निर्देश दिए गये। उन्होंने कहा कि यह कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी।