लखनऊ। खुशियों के त्योहार दीपावली पर अवैध शराब के सौदागरों ने लोगों के जीवन से खिलवाड़ करने की तैयारी कर ली है। तो वहीं आबकारी विभाग ने भी उनके धंधे को जड़ से खत्म करने के लिए अपनी कार्रवाई और तेज कर दी है। त्योहार पर पर अवैध शराब के सौदागर गैर राज्य की शराब को डंप करना शुरू करते हैं। वहीं देहात क्षेत्र से जुड़े गांवों में कच्ची शराब यानी कि ‘महुआ शराब की मस्तीÓ बनाने का गोरखधंधा अवैध आमदनी का बड़ा जरिया बना हुआ है। पुलिसकर्मी आए दिन ग्रामीणों की इस कमजोर नब्ज का फायदा उठाते हुए जमकर वसूली करते हैं। गोरखधंधे और अवैध वसूली के इस खेल में हर साल बड़ी संख्या में लोग घटिया शराब पीकर अपनी सेवत के साथ खिलवाड़ करते नजर आते है। वहीं आबकारी विभाग आमजन की सुरक्षा के लिए अवैध शराब का निर्माण करने वाले कारोबारियों पर कार्रवाई करते हुए जन जागरुकता अभियान भी चलाता रहता है। देहात क्षेत्र में करीब तीन दर्जन से अधिक गांवों में महुआ कच्ची शराब बनाने का गोरखधंधा कुटीर उद्योग के रूप में जड़ जमा चुका है। यह धंधा त्योहार और चुनावी सीजन में अपने चरम पर पहुंच जाता है। महुआ शराब की मस्ती के रूप में विख्यात यह कच्ची शराब आसपास के जनपदों तक सप्लाई होती है।
जिसमें हर साल सरकारी राजस्व को चूना लगाने का काम अवैध शराब का निर्माण करने वाले कारोबारी करते है। देखा जाए तो इस धंधे को बढ़ावा देने के लिए किसी न किसी सफेद पॉश व्यक्ति का हाथ होता है या फिर किसी बड़े माफिया का, जो इन सबके लिए पहले ही ऑर्डर दे देते है। अवैध शराब के धंधे को जड़ से खत्म करने के लिए आबकारी विभाग की टीमें लगातार छापेमारी की कार्रवाई करने के लिए अभियान चलाती रहती है। लेकिन अधिकांश कार्रवाई में कच्ची शराब बनाने की भट्ठी तो पकड़ ली जाती हैं, लेकिन शराब बनाकर उसे बेचने का गोरखधंधा करने वाले लोग पकड़ में नहीं आते हैं। इससे पुलिस पर अपनी जेब गरम कर कच्ची शराब बनाने वालों को किसी भी कार्रवाई के बिना छोड़ने और सूचना देने के आरोप अक्सर लगते रहते हैं। लेकिन जिला आबकारी अधिकारी ने महुआ अवैध शराब के निर्माण के धंधे को पूरी तरह जड़ से खत्म करने के लिए अपनी कार्रवाई को फिर से एक नए रुप में अंजाम देना शुरु कर दिया है। अवैध शराब के कारोबार में शामिल माफिया के खिलाफ ऑपरेशन क्लीन अभियान के तहत आबकारी विभाग ने अपना शिकंजा कसना शुरु कर दिया है।
अभियान के तहत जन जागरूकता अभियान के बीच अवैध शराब का कारोबार करने वालों की धरपकड़ तेज कर दी है। वहीं एक बार फिर से आबकारी विभाग की टीम ने देहात क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर दबिश के दौरान कच्ची शराब और लहन को बरामद किया है। जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया जिले में अवैध शराब के निर्माण, बिक्री और परिवहन के खिलाफ आबकारी विभाग की टीम द्वारा लगातार छापेमारी एवं दबिश दी जा रही है। बुधवार सुबह आबकारी निरीक्षक लक्ष्मी शंकर बाजपेई, विवेक सिंह की संयुक्त टीम द्वारा थाना मोहनलालगंज अंतर्गत ग्राम इंद्रजीत खेड़ा और थाना गोसाईगंज अन्तर्गत ग्राम कबीरपूर में संदिग्ध घरों, खेतों, बगीचों, तालाबों के किनारे संदिग्ध स्थानों पर दबिश और छापेमारी की गई। इस दौरान विभिन्न स्थानों से लगभग 20 लीटर अवैध कच्ची शराब और 150 किलोग्राम लहन बरामद किया गया। बरामद लहन को मौके पर नष्ट करते हुए आबकारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं में 2 अभियोग पंजीकृत किए गए। क्षेत्र में प्रवर्तन कार्य आगे भी जारी रहेगा।
त्योहार एवं चुनाव में जिले भर में बड़े पैमाने पर अवैध शराब बनाने का काम होता है। वहीं दिवाली नजदीक आते ही इसकी डिमांड भी अधिक बढ़ जाती है। मजदूर और देहात के लोगों के लिए महंगी अंग्रेजी शराब पीनी मुमकिन नहीं है। इसके चलते अवैध शराब से ही यह लोग कच्ची शराब से अपने शौक को पूरा करते हैं। अवैध शराब के कारोबार पर आबकारी विभाग ने अपना डंडा चलाते हुए सुलग रही कच्ची शराब की भट्ठी को ध्वस्त कर दिया। साथ ही लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है कि जिस सस्ती शराब का आप सेवन कर रहे है, वह आपके सेहत के लिए कितनी खतरनाक है। आबकारी विभाग द्वारा चलाए जा रहे अभियान से कुछ गांवों में जागरूकता देखने को मिल रही है। बीच-बीच में देहात क्षेत्र के लोग भी खुद आबकारी विभाग की कार्रवाई में अपना सहयोग देते है। जिससे विभाग के लिए कार्रवाई करना आसान होता है।
आबकारी विभाग की टीम ने शराब के गोदाम का किया निरीक्षण
जिला आबकारी अधिकारी ने बताया दिवाली के त्यौहार को सकुशल संपन्न कराने के लिए आबकारी विभाग की टीमें कार्रवाई के साथ-साथ शराब की दुकानों का भी औचक निरीक्षण कर स्टॉक को चेक किया जा रहा है। साथ ही शराब विक्रेताओं पर भी अपनी नजर बनाए हुए है। बुधवार को आबकारी निरीक्षक रिचा सिंह, कीर्ति प्रकाश पाण्डेय, रितेश रंजन विद्यावती, अरविंद बघेल, अखिल गुप्ता, कृष्ण कुमार सिंह, लक्ष्मी शंकर वाजपेई, विजय राठी और शिखर मल की संयुक्त टीम द्वारा जनपद लखनऊ में संचालित विदेशी मदिरा एवं बीयर के समस्त थोक अनुज्ञापनों का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। सभी एफएल-2 /एफएल-2 बी पर विदेशी मदिरा/बीयर के विभिन्न ब्रांड्स का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है कि नहीं इसकी जांच की गई। सभी थोक अनुज्ञापनों पर अभिलेखानुसार और वास्तविक स्टॉक के मिलान की कार्यवाही वर्तमान में जारी है। अद्यतन किसी भी पेटी में बिना क्यूआर कोड की मदिरा नहीं पाई गई।
समस्त थोक अनुज्ञापनों पर पॉश मशीन से स्कैनिंग करने के बाद ही बिक्री की जा रही है। समस्त अनुज्ञापनों पर समुचित स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं जिनका संचालन हो रहा है या नहीं इसकी जांच की गई। साथ ही सभी अनुज्ञापियों को अधिक से अधिक इंडेंट्स लगाने के लिए निर्देशित किया गया। जिला आबकारी अधिकारी का कहना है कि सभी लाइसेंस धारकों को निर्देश दिए गए कि त्योहारी सीजन के दौरान वे पूर्ण सावधानी के साथ शराब के स्टॉक को अपने ठेकों पर भेजें। इसमें किसी प्रकार की कोताही न बरतें। किसी भी प्रकार की कमी पाए जाने पर दोषी के विरुद्ध उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। यदि कोई लाइसेंसी आबकारी विभाग के आदेश का उल्लंघन करता पाया गया तो उसका ठेका व प्रतिष्ठानसील कर दिया जाएगा। शराब की दुकानों पर अवैध शराब की बिक्री रोकने के लिए दुकानों पर शराब की बोतलों के बारकोड, रजिस्टर में स्टॉक व बिक्री को चेक किया है। शहर की दर्जनभर दुकानों पर चेकिंग की गई है। शराब को थोक विक्रेताओं के गोदाम पर भी आबकारी टीम के साथ चेकिंग कर स्टॉक रजिस्टर को चेक किया गया है। शराब के विक्रेताओं को किसी भी दशा में मिलावटी शराब की बिक्री नहीं करने के निर्देश दिए गए हैं।