देवउठनी पर गुरुग्राम में होंगी एक हजार से अधिक शादियां

IN8@गुरुग्राम….देवउठनी एकादशी के अबूझ मुहूर्त पर बजने वाली शहनाइयों के लिए शहर के बैंक्वेट हाल व समारोह स्थल सजने लगे हैं। शहर के लगभग सभी समारोह स्थल इस दिन के लिए बुक हैं। इसके चलते शहर के समारोह स्थलों पर भी काफी दबाव है। शादी समारोह को लोग पूरे रंग-चाव के साथ कर रहे हैं, लेकिन कोरोना के चलते शादी समारोह में काफी बदलाव नजर आ रहे हैं। लोग निमंत्रण पत्र छपवाने के बजाय वाट्सएप के माध्यम से ही अपने परिचितों व रिश्तेदारों को निमंत्रण भेज रहे हैं। वहीं, बैंड बाजा वालों ने भी अपनी टीम के सदस्यों में काफी कटौती की है। कोरोना संक्रमण के चलते अप्रैल व मई में होने वाली अधिकतर शादियां टाल दी गईं थीं। लोग शादी समारोह के आयोजन पूरे रंग चाव के साथ करना चाहते हैं। वैश्विक महामारी कोरोना के कारण लोगों ने उस समय शादियां टालकर नवंबर-दिसंबर में करने का मन बनाया था। उस समय शादी समारोह को टालने वालों को लग रहा था कि उस समय तक कोरोना खत्म हो जाएगा और पूरे रंग चाव के साथ शादी करेंगे, लेकिन अभी भी कोरोना का खतरा पूरी तरह टला नहीं है। इसके बावजूद लोगों ने अब शादियां करने का मन बना लिया।


देवउठनी एकादशी अबूझ मुहूर्त :25 नवंबर देवउठनी एकादशी को विवाह शादी का अबूझ मुहूर्त रहता है। इस मुहूर्त पर अनेकों शादियां होती हैं। इस बार भी 25 नवंबर के लिए शहर के सभी बैंक्वेट हाल पूरी तरह से बुक हैं। 25 नवंबर को होने वाली शादियों के लिए 23 नवंबर को लगन के कार्यक्रम होंगे। लगन के कार्यक्रम में ही सभी रिश्तेदारों व परिचितों को विशेष रूप से बुलाया जाता है। इसी दिन लडक़े वाले की तरफ से अपने परिचितों को प्रीतिभोज के लिए भी आमंत्रित किया जाता है। 25 नवंबर के साथ ही 1 दिसंबर के लिए भी समारोह स्थलों का यही हाल है। माना जा रहा है कि गुरुग्राम में इस देव उठनी पर एक हजार से अधिक शादियां हैं।


शादी समारोह के निमंत्रण में सोशल मीडिया का सहारा:कोरोना संकट के चलते शादी के तौर तरीकों में भी काफी बदलाव देखा जा रहा है। पहले लोग काफी सं या में अपने परिचितों व रिश्तेदारों को देने के लिए निमंत्रण पत्र छपवाते थे। इस बार अधिकतर लोगों ने निमंत्रण पत्र नहीं छपवाए हैं। केवल 200 लोगों के समारोह में शामिल होने के निर्देशों के चलते भी काफी बदलाव हुए हैं। निमंत्रण अधिकतर लोगों ने अपने रिश्तेदारों को वाट्सएप के माध्यम से ही भेजे हैं। दूर के रिश्तेदारों को लोग बुलाने से भी इस बार परहेज कर रहे हैं। पहले शादी में लोग एक बैंड की बजाय कई तरह के बाजे करते थे। एक बैंड पार्टी में 21 या 31 लोगों की टीम होती थी। अब बैंड पार्टी की संख्या घटकर केवल 5 या 7 ही रह गई है।