नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के द्वारका इलाके में एक दर्दनाक हादसे में कार सवार 11 साल के मासूस की गर्दन धड़ से अलग हो गई। हादसे के समय बच्चे के पिता कार चला रहे थे। द्वारका सेक्टर-22 के पास कार डिवाइडर से टकराकर पलट गई। रफ्तार काफी अधिक होने की वजह से डिवाइडर से टकराते ही कार हवा में 4-5 बार पलटी खाते हुए गिरी। इसी दौरान बच्चे का सिर खिड़की से बाहर आ गया और धड़ से अलग हो गया। हादसा इतना दर्दनाक था कि आसपास खड़े लोग सिहर उठे। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। मयंक (11) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पुलिस घायल पिता सुजीत (35) और बहन त्रिशका (2) को तुरंत अस्पताल लेकर पहुंची। द्वारका सेक्टर-23 थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और छानबीन कर रही है। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद मयंक का शव परिवार को सौंप दिया है।
हादसे की कहानी चश्मदीद की जुबानी
इस हादसे की पूरी कहानी एक स्थानीय निवासी ने बताई । उसने अपनी आंखों से देखा उससे देख वो सहम गया। उसने बताया, “मैं मोबाइल पर बात कर रहा था जब मैंने तेज आवाज सुनी। लड़के का सिर खिड़की से निकलकर रोड पर आ गिरा था। मैं खुद देर के लिए जड़ हो गया था।” प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि कार की रफ्तार काफी तेज थी। जैसे ही कार सेक्टर-22, शुभम अपार्टमेंट के सामने पहुंची, अचानक डिवाइडर से टकराकर पलट गई। हादसे के समय मयंक के साइड की खिड़की का शीशा खुला हुआ था। जिसकी वजह से उसकी गर्दन हादसे के समय किसी तरह खिड़की से बाहर आकर अलग हो गई।