आछेपुर के लोगों पर पुलिस द्वारा किए गए झूठे मुकदमे से गुस्साए ग्रामीणों ने पंचायत कर बनाई आगे की रणनीति


IN8@रबूपुरा (ग्रेटर नोएडा)गौतम बुद्ध नगर पुलिस द्वारा धरनारत लोगों पर केस दर्ज कराने के बाद गांव आछेपुर के ग्रामीणों ने गांव में एक पंचायत कर आगामी विधानसभा चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी दी है। पुलिस की कार्रवाई से गुस्साए सैकड़ों ग्रामीणों ने सोमवार रात गांव में एक पंचायत कर यह बात कहीं। पंचायत में ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से 11 लोगों की एक कमेटी गठित की है। यह कमिटी आने वाले दिनों में ग्रामीणों के ऊपर दर्ज हुए केस वापस नहीं होने पर आगे की रणनीति तैयार करेंगे।


बता दें कि, 2 अगस्त को कस्बा स्थित एक निजि अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान पूनम (28) पत्नी प्रदीप निवासी गांव आछेपुर की मौत हो गई थी। 3 अगस्त की सुबह पुलिस ने घटना की तहरीर लेकर, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। मृतका के परिजनों ने ग्रामीणों के साथ रबूपुरा गोलचक्कर पर शव रखकर धरना प्रदर्शन किया था।

परिजनों ने पुलिस पर आरोपितों से मिलीभगत करने का आरोप लगाते हुए, घटना की तहरीर देने के बावजूद आरोपितों पर केस दर्ज नही करने का आरोप लगाया था। करीब 4 घण्टे चले हंगामे के बाद पुलिस ने घटना में केस दर्ज किया था। इसके बाद धरनारत लोगों ने धरना समाप्त किया था। इस पर पुलिस ने गांव आछेपुर निवासी 31 नामजद व 50-60 अज्ञात महिला व पुरुषों के खिलाफ बलवा, सड़क जाम करने आदि धाराओ में केस दर्ज किया है।

उधर सोमवार को मृतका के जेठ सुरेंद्र भाटी ने सीएम योगी आदित्यनाथ व डीजीपी सहित अन्य आलाधिकारियों को किए गए ट्वीट में आरोप लगाया है कि, न्याय पाने के लिए उन्होंने शांतिपूर्ण ढंग से धरना प्रदर्शन किया था। आरोप है कि, स्थानीय पुलिस उनपर समझौता का दबाव बना रही हैं। विरोध करने पर उक्त केस में जेल भेजने की धमकी दे रही है। सोमवार रात गांव आछेपुर में ग्रामीणों ने पंचायत कर पुलिस की इस कार्रवाई की निंदा करते हुए, केस वापस नहीं होने पर चुनाव वहिष्कार की चेतावनी दी है।