सुरेन्द्र सिंह भाटी@बुलन्दशहर : समाज सेवी संजय गोयल ने बताया कि नगर पालिका द्वारा शहर की जनता से वसूली का एक और नया फंडा चल रहा है| जिसका में सम्पूर्ण बहिष्कार करता हूँ कारण जब हमारे कॉलोनी और मोहल्ले में पहले से ही नगर पालिका द्वारा सरकारी सफाई कर्मी सफाई कर रहे हैं|
जिनको नगर पालिका द्वारा प्रत्येक माह वेतन भी दिया जाता है नगर पालिका के सफाई कर्मचारी घरों का कूड़ा ठेली में ले जा रहे हैं नाली व सड़क की भी सफाई हो रही है और उस सबके लिए नगरपालिका द्वारा हमसे हाउस टैक्स भी वसूला जाता है|
उसमें भी इस कार्यकाल में बेइंतहा कई गुना टैक्स में वृद्धि कर हमसे पैसा वसूला गया है उसके बाद यह 50 रुपए महीने का सफाई के नाम पर प्राइवेट लोगों को टेंडर उठाकर शहर की जनता से नगर पालिका द्वारा प्रत्येक घर से रसीद कटवाना कहां तक उचित है|
आज 50 रुपए आगे कितना बढ़ कर आये इसका भी पता नहीं अब या तो पहली व्यवस्था को समाप्त करके यह नई व्यवस्था शुरू हो और जब पहली व्यवस्था चल रही है| तो यह नई व्यवस्था के अंतर्गत 50 रुपए प्रति प्रत्येक घर से लेने की क्या मानसिकता है|
यह जनता के साथ न्यायसंगत बात नहीं है इसका विरोध होना ही चाहिए दूसरा एक कारण यह भी है जो सफाई कर्मी पहले से कार्य करते आ रहे हैं उनकी रोजी-रोटी छीन कर नगर पालिका द्वारा प्राइवेट लोगों को अधिक रुपए में टेंडर उठाकर पहले वाले सफाई कर्मचारियों की रोजी-रोटी समाप्त कर उनके पेट पर लात मारना भी उचित नहीं है ।