भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ब्रिस्बेन में चौथा टेस्ट खेला जा रहा है। लेफ्ट आर्म पेसर टी नटराजन ने डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में 78 रन देकर 3 विकेट अपने नाम किया। वे डेब्यू में भारत के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज बन गए। डेब्यू में भारत के सबसे सफल लेफ्ट आर्म पेसर रुद्र प्रताप सिंह हैं। उन्होंने 2005-06 में फैसलाबाद में पाकिस्तान के खिलाफ पहली पारी में 89 रन देकर 4 विकेट लिए थे।
रुद्र प्रताप से पहले यह रिकॉर्ड एसएस नयालचंद के नाम था। उन्होंने 1952-53 में लखनऊ में पाकिस्तान के खिलाफ डेब्यू करते हुए 97 रन देकर 3 विकेट लिए थे। नटराजन ने नयालचंद को रन खर्च करने के मामले में पीछे छोड़कर दूसरा स्थान हासिल किया।
एक ही दौरे पर तीनों फॉर्मेट में डेब्यू
इससे पहले नटराजन एक ही दौरे पर वनडे, टी-20 और टेस्ट तीनों फॉर्मेट में डेब्यू करने वाले पहले भारतीय बन गए। साथ ही टीम इंडिया को 10 साल बाद कोई लेफ्ट-ऑर्म फास्ट बॉलर भी मिल गया है। इससे पहले दिसंबर 2010 में जयदेव उनादकट ने भारतीय टीम के लिए डेब्यू टेस्ट खेला था। उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन टेस्ट में डेब्यू किया था।
नटराजन टेस्ट डेब्यू करने वाले 300वें भारतीय
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिस्बेन टेस्ट में नटराजन और वॉशिंगटन सुंदर ने टेस्ट में डेब्यू किया। नटराजन टीम इंडिया के लिए डेब्यू करने वाले 300वें और वॉशिंगटन 301वें टेस्ट प्लेयर बने। नटराजन को बॉलिंग कोच भरत अरुण और वॉशिंगटन को रविचंद्रन अश्विन ने डेब्यू कैप सौंपी। दोनों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली पारी में 3-3 विकेट लिए।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 5 भारतीयों का डेब्यू
मौजूदा ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 5 भारतीय खिलाड़ियों ने डेब्यू किया है। इनमें शुभमन गिल, नवदीप सैनी, मोहम्मद सिराज, टी नटराजन और वॉशिंगटन सुंदर शामिल हैं। इससे पहले 1996 में इंग्लैंड दौरे पर सबसे ज्यादा 6 भारतीय खिलाड़ियों ने डेब्यू किया था। इनमें सुनील जोशी, पारस म्हाम्ब्रे, वेंकटेश प्रसाद, विक्रम राठौर, राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली शामिल थे।