नवरात्रि पर्व पर ब्रिज विहार में निशुल्क चिक्तिसा कैंप का आयोजन

-हड्डी, स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञों ने 200 की लोगों की जांच
-तनाव शरीर में विभिन्न प्रकार की समस्याओं को दे रहे बढ़ावा: डॉ अजीत गुप्ता

प्रमोद शर्मा @ गाजियाबाद। नवरात्रि पर्व पर स्वास्थ्य जांच विशेषज्ञ चिक्तिसकों द्वारा रविवार को ब्रिज विहार राधा कुंज में स्वास्थ्य निशुल्क कैंप का आयोजन किया गया। हड्डी, जोड़ एवं नस रोग विशेषज्ञ डॉ अजीत गुप्ता एवं स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ रुचिता रिचा द्वारा मरीजों की जांच कर दवाई वितरित की गई। कैंप में सैकड़ों लोगों ने निशुल्क कैंप का लाभ उठाया। हड्डियों के कैल्सियम की जांच एवं सलाह और आत्याधुनिक बीएमडी मशीन द्वारा मरीजों की जांच की गई। स्त्री रोग एवं गर्भावस्था की जांच, शुगर, बीपी एवं हीमोग्लोबिन की मुफ्त जांच विशेषज्ञ डॉक्टरों की गई।

डॉ अजीत गुप्ता ने कहा पिछले करीब 5 सालों लगातार नवरात्रि पर्व पर हर साल निशुल्क शिविर का आयोजन किया जाता है। जिसका उद्देश्य लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरुक करना और असहाय लोगों की मदद करना है। अक्सर लोग पैसें के अभाव में डॉक्टरों को दिखाने से बचते है। जिस कारण बिमारी को अपने इतने पास लेकर आ जाते है, जिससे संभालना बेहद ही मुश्किल हो जाता है। शिविर में करीब 200 लोगों की जांच कर उन्हें दवाई दी गई।

उन्होंने बताया हममें से कई लोग किसी ना किसी बात की वजह से परेशान रहते हैं और उसके कारण हम तनाव में भी आ जाते हैं। मुमकिन है कई लोग इससे दूर रहने की कोशिश भी करते होंगे। लेकिन जो व्यक्ति अपने दिनचर्या में तनाव को बढ़ावा देते हैं, उन्हें मालूम होना चाहिए कि इसके कारण ना जाने कितनी तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। तनाव हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार की समस्याओं को बढ़ावा देता है। इसमें कुछ स्थितियां हैं सिरदर्द, सीने में दर्द, सोने में परेशानी, हृदय-संबंधी परेशानी, ब्लड प्रेशर की समस्या आदि।

दिमागी तनाव की वजह से हड्डियों पर बुरा असर पडऩे की संभावना बढ़ जाती है और कई तरह की परेशानियां उत्पन्न हो जाती है। ज़्यादा तनाव या चिंता के कारण बोन मिनरल डेंसिटी पर बुरा असर पड़ता है जिसके कारण फ्रेक्चर जैसी समस्या देखने को मिल सकती है। ऑस्टियोपोरोसिस होने की एक मुख्य वजह ज़्यादा तनाव भी है। बहुत ज़्यादा तनाव होने पर बोन मिनरल डेंसिटी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है जिस वजह से इस तरह की बीमारी व्यक्ति के शरीर में पाई जा सकती है।

डॉ रुचिता रिचा ने बताया आज का यह दौर बड़ा ही आधुनिक हो चुका है जिसमें हम विभिन्न प्रकार की समस्याओं का समाधान आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। मुख्य रूप से अगर बात की जाए मेडिकल सेवाओं की, कई ऐसे उपाय हैं जिनकी मदद से एक व्यक्ति अपनी सेहत को बेहतर बना सकता है। उन्होंने बताया गलत रहन सहन और खान पान के चलते बिमारी को ज्यादा बढ़ावा मिल रहा है। शरीर को स्वस्थ्य और बेहतर बनाने के लिए सही खानपाल बेहद जरुरी है।