नई दिल्ली। भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट के समक्ष प्रत्यर्पण के खिलाफ अपनी अपील का अंतिम मौका भी गंवा दिया है। अब उसके पास ब्रिटेन में कोई कानूनी विकल्प नहीं बचा है।
पिछले सप्ताह ही भारतीय प्राधिकारियों ने ब्रिटेन की सुप्रीम कोर्ट में भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के प्रत्यर्पण आदेश के खिलाफ अपील की इजाजत देने का आग्रह करने वाली उसकी याचिका पर जवाब दाखिल किया था।
ब्रिटेन की अदालतों में भारत सरकार की तरफ से कानूनी लड़ाई लड़ रही क्राउन प्रासीक्यूशन सर्विस (CPS) ने 51 साल के नीरव मोदी की अपील के खिलाफ कोर्ट में अपना जवाब दाखिल किया था। जानकारी के लिए बता दें कि ये पूरा घोटाला भगोड़े कारोबारी नीरव मोदी की तीन कंपनियों, उसके अधिकारियों, पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के अधिकारियों की सांठगांठ के जरिए किया गया।
बता दें कि, यह 13,000 करोड़ से ज्यादा की बैंक धोखाधड़ी का मामला है। नीरव मोदी ने PNB की बार्टी हाउस शाखा के अधिकारियों के साथ सांठगांठ कर 11,000 करोड़ रुपये से अधिक फर्जी ऋणपत्रों के माध्यम से इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया था। जिसके बाद नीरव मोदी केस दर्ज होने से पहले ही विदेश भाग गया था और फ़िलहाल ब्रिटेन में है। हालाँकि, अब भगोड़े नीरव को भारत लाने का रास्ता साफ़ हो गया है।