नई दिल्ली,। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रशिक्षु अधिकारियों को आकांक्षी जिला कार्यक्रम की सफलता का अध्ययन करने की सलाह दी और कहा कि यह ग्लोबल साउथ के विकास पथ में मदद कर सकता है।प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान जारी कर बताया कि भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के 2022 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों ने मंगलवार को 7-लोक कल्याण मार्ग पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने प्रशिक्षु अधिकारियों के साथ व्यापक बातचीत की और उनसे सरकारी सेवा में शामिल होने के बाद अब तक के उनके अनुभव के बारे में पूछा। अधिकारी प्रशिक्षुओं ने अपने प्रशिक्षण के दौरान गांव के दौरे, भारत दर्शन और सशस्त्र बलों के लगाव सहित अपनी सीखों को साझा किया। उन्होंने प्रधानमंत्री को जल जीवन मिशन और पीएम आवास योजना जैसी सरकार की कई कल्याणकारी योजनाओं के परिवर्तनकारी प्रभाव के बारे में भी बताया, जिसे उन्होंने प्रत्यक्ष रूप से देखा।
बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री ने कल्याणकारी योजनाओं की संतृप्ति प्राप्त करने की दिशा में सरकार के फोकस के बारे में बात की और इसके परिणामस्वरूप बिना किसी भेदभाव के हर जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुंचने में मदद मिली। उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों से आकांक्षी जिला कार्यक्रम के कार्यान्वयन और सफलता का अध्ययन करने का आह्वान किया क्योंकि यह समझ वैश्विक दक्षिण के देशों को उनके विकास पथ में सहायता करने में मददगार हो सकती है।
प्रधानमंत्री ने भारत की जी-20 अध्यक्षता पर भी चर्चा की और प्रशिक्षु अधिकारियों से जी-20 बैठकों में भाग लेने के उनके अनुभव के बारे में पूछा। पर्यावरण के मुद्दों के बारे में बोलते हुए प्रधानमंत्री ने मिशन एलआईएफई (पर्यावरण के लिए जीवन शैली) के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि हर किसी द्वारा जीवनशैली में बदलाव करके जलवायु परिवर्तन के मुद्दे से प्रभावी ढंग से निपटा जा सकता है।