नई दिल्ली, । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नगालैंड की पहली महिला राज्य सभा सदस्य एस. फांगनोन कोन्याक द्वारा मंगलवार को सदन की अध्यक्षता करने को गर्व का क्षण बताया है।
एस. फांगनोन कोन्याक ने मंगलवार को राज्य सभा की अध्यक्षता की। इससे पहले उन्होंने 17 जुलाई को उप सभापति पैनल में नगालैंड से नियुक्त होने वाली पहली महिला सदस्य बनकर इतिहास रचा था।
एस. फांगनोन कोन्याक भारतीय जनता पार्टी की सदस्य हैं और राज्य सभा सदस्य के रूप में अप्रैल, 2022 में निर्वाचित होने वाली नगालैंड की पहली महिला हैं। वह संसद या राज्य विधान सभा के किसी सदन के लिए चुनी जाने वाली राज्य की दूसरी महिला हैं।
.प्रधानमंत्री मोदी ने फांगनोन कोन्याक के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, “बहुत गर्व का क्षण।”
इससे पहले फांगनोन कोन्याक ने इस उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राज्य सभा के सभापति जगदीप धनखड़ के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट संदेश में कहा कि आज राज्यसभा की अध्यक्षता करते हुए मैं बेहद गौरवान्वित, विनम्र और अभिभूत महसूस कर रही हूं। खुशी है कि संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश (पांचवां संशोधन) विधेयक, 2022 सदन द्वारा पारित होने के साथ यह सार्थक रहा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व में आज महिलाओं को राजनीति और नेतृत्व में उचित सम्मान और स्थान दिया जा रहा है। इस अवसर के लिए राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ को मेरा हृदय से आभार।
उल्लेखनीय है कि लैंगिक समानता लाते हुए राज्य सभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने पिछले सप्ताह 20 जुलाई को उप सभापति पैनल में चार महिला सदस्यों (कुल संख्या का 50 प्रतिशत) को नामित किया था।
यह भी उल्लेखनीय है कि पैनल में नामित सभी महिला सदस्य पहली बार सांसद बनी हैं। मानसून सत्र से पहले पुनर्गठित पैनल में कुल आठ नाम हैं, जिनमें से आधी महिलाएं हैं। उच्च सदन के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि उप सभापति पैनल में महिला सदस्यों को समान प्रतिनिधित्व दिया गया है।
आठ सदस्यीय पैनल में अब चार महिला सदस्य हैं, जिनमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद पीटी उषा और एस. फांगनोन कोन्याक, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सांसद फौजिया खान और बीजू जनता दल सांसद सुलता देव शामिल हैं।