शाहजहांपुर में शुक्रवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। शहर के वाजिदखेल मोहल्ले में शुक्रवार सुबह पांंच बजे बंदरों ने हिलाकर दीवार गिरा दी, इस कारण आंगन में सो एक ही परिवार के पांच सदस्यों की दीवार के मलबे में दबकर मौत हो गई। अब परिवार में केवल दो ही लोग जीवित बचे हैं।
शाहजहांपुर के वाजिदखेल मोहल्ले में 70 साल के अलताफ का मकान है। उनकी 40 साल की बेटी शबनम के पति आसिम की दो साल पहले मौत हो गई थी, तब से शबनम अपने छह बच्चों के साथ पिता अलताफ के ही घर रहने लगी थी। शबनम घरों में काम कर बच्चों को पाल रही थी। शबनम ने कुछ समय पहले ही अटनी बड़ी बेटी रूबी का निकाह किया था। वह अभी पंद्रह पहले ही मायके आई थी। रात में शबनम, रूबी, शोएब, शहबाज और चांदनी जमीन पर आंगन में सो रहे थे। साहिल और राहिल जमीन पर ही कुछ दूरी पर लेटे थे। अलताफ भी आंगन में चारपाई पर सो रहे थे। अलताफ के मकान से सटा हुआ उनके भतीजे का दो मंजिला मकान है।
भतीजे के मकान की दो मंजिल पर शुक्रवार सुबह बंदरों ने एक दीवार को हिलाना शुरू कर दिया तो दीवार टूट कर अलताफ के आंगन आ गिरी। इस कारण आंगन में सो रही शबनम, उसकी शादीशुदा बेटी रूबी, बेटा शोएब, शहबाज, बेटी चांदनी गंभीर रूप से जख्मी हो गए। साहिल और राहिल को भी हल्की चोटें आईं। दीवार गिरने के बाद अलताफ ने शोर मचाया। अड़ोसी पड़ोसी भागकर आए, उन्होंने ने सभी घायलों को वाहनों से मेडिकल कालेज पहुंचाया, जहां एक एक शबनम, रूबी, शोएब, शहबाज और चांदनी की मौत हो गई। इस हादसे से पूरा मोहल्ला सदमें है।
वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दुर्घटना में एक परिवार के 5 सदस्यों की मौत पर शोक जताया है। सीएम ने पीड़ित परिवार को चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।